आधार कार्ड अब जन्म तिथि प्रमाण के रूप में मान्य नहीं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब आधार कार्ड को जन्म तिथि (DOB Verification) के आधिकारिक प्रमाण के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस संबंध में राज्य सरकार ने सभी विभागों को निर्देश जारी किए हैं। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस निर्णय का समर्थन करते हुए कहा कि यह कदम धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े पर रोक लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। Uttar Pradesh News
मीडिया से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि सही और पारदर्शी प्रणाली को आगे बढ़ाने के लिए यह निर्णय आवश्यक था। उनके अनुसार, इससे उन लोगों पर भी कार्रवाई होगी जो गलत दस्तावेजों का उपयोग कर लाभ लेने की कोशिश करते हैं।उप मुख्यमंत्री ने कहा-“यह फैसला स्वागत योग्य है। इससे अवैध तरीकों से लाभ उठाने वालों की गतिविधियों पर रोक लगेगी और असली पात्रों को लाभ मिलेगा।”
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में पहले भी कई लोग दस्तावेज़ों में हेरफेर कर सार्वजनिक पदों तक पहुँचने की कोशिश कर चुके हैं, और अब ऐसे प्रयासों पर भी अंकुश लगेगा। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल और नेता भ्रम फैलाने की राजनीति कर रहे हैं, जबकि सेना और देशहित सबसे पहले होना चाहिए। उनके अनुसार, जाति और परिवार-आधारित राजनीति से विकास बाधित होता है। Uttar Pradesh News
भारत की वैश्विक प्रगति पर प्रशंसा
लोवी इंस्टीट्यूट के वर्ल्ड पावर इंडेक्स में भारत की प्रगति पर प्रसन्नता जताते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से वैश्विक शक्ति के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि देश विकास के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ रहा है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी मजबूत भूमिका निभा रहा है। नेपाल द्वारा नए मानचित्र के साथ 100 रुपए का नोट जारी किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह विषय विदेश मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है और इस पर उचित निर्णय केंद्र सरकार ही लेगी। Uttar Pradesh News















