Uttarakhand rescue operation: नई दिल्ली। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा के बाद से भारतीय सेना, आईटीबीपी और स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में निरंतर जुटे हुए हैं। क्षेत्र की कई सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, जिससे बड़तवारी, लिंचिगाड़, गंगरानी, हर्षिल और धराली जैसे स्थान अब भी काफी हद तक संपर्क से कटे हुए हैं। आपदा के कारण अब तक 50 नागरिक, 1 जेसीओ (जूनियर कमीशंड ऑफिसर) और 8 सैनिक लापता बताए जा रहे हैं। वहीं, गंगोत्री में लगभग 180 से 200 पर्यटक फंसे हुए हैं, जिन्हें भोजन, चिकित्सा सुविधा और आश्रय प्रदान किया जा रहा है। Uttarakhand News
दुर्गम भू-भाग और प्रतिकूल मौसम राहत अभियानों के लिए बड़ी बाधा बन रहे हैं। फिर भी, सेना और अन्य एजेंसियां लगातार कार्य में जुटी हैं। हर्षिल और नेलोंग के सैन्य हेलीपैड पूर्ण रूप से कार्यशील हैं, जिससे गंगोत्री तक राहत सामग्री और टीमें भेजी जा रही हैं। हालांकि, धराली का नागरिक हेलीपैड भूस्खलन और कीचड़ के कारण अभी भी बंद है।
व्यापक स्तर पर मानवीय सहायता | Uttarakhand News
भारतीय सेना के अनुसार, राहत कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए 225 से अधिक जवान, जिनमें इंजीनियर, चिकित्सक और बचाव विशेषज्ञ शामिल हैं, मौके पर तैनात किए गए हैं।
एक रीको रडार टीम पहले से सक्रिय है
दूसरी टीम की तैनाती की जा रही है
सर्च एंड रेस्क्यू डॉग्स को भी राहत कार्य में लगाया गया है, जो मलबे में दबे लोगों की खोज में सहायक हैं
हेलिकॉप्टर और हेलीपैड से तेज़ी लाई जा रही है निकासी
चिनूक और एमआई-17 हेलिकॉप्टर, जो जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर तैनात हैं, जल्द ही उड़ान भरने के लिए तैयार हैं
सहस्त्रधारा से उड़ान भरने वाले 5 नागरिक हेलिकॉप्टर, एसडीआरएफ की सहायता से मटली, भटवारी और हर्षिल के बीच लगातार राहत उड़ानें संचालित कर रहे हैं
आईटीबीपी के मटली हेलीपैड पर एक अस्थायी एविएशन बेस भी तैयार किया जा रहा है
अब तक 70 नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि 3 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है। 3 गंभीर रूप से घायल नागरिकों को एम्स ऋषिकेश, और 8 अन्य को उत्तरकाशी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने धराली क्षेत्र का दौरा कर राहत प्रयासों का जायजा लिया। सेना की सेंट्रल कमांड के वरिष्ठ अधिकारी, यूबी एरिया के जीओसी, और सेंट्रल एयर कमांड से समन्वय कर रहे चीफ ऑफ स्टाफ। राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं अगले 24 से 48 घंटे के भीतर: पैराट्रूप्स और चिकित्सा दलों को चिनूक हेलिकॉप्टर द्वारा हर्षिल भेजा जाएगा, एनडीआरएफ और मेडिकल स्टाफ को एमआई-17 हेलिकॉप्टर के माध्यम से नेलोंग क्षेत्र भेजने की योजना है Uttarakhand News