विजीलैंस ने नगर सुधार ट्रस्ट पर की छापेमारी

-महिला अधिकारी ईओ पर 5 लाख रूपये की रिश्वत लेने का आरोप

-ईओ और क्लर्क गिरफ्तार

लुधियाना (सच कहूँ/रघुबीर सिंह) आम आदमी पार्टी की सरकार ने भ्रष्टाचार के विरूद्ध सख्त रवैया अपनाया हुआ है। सरकार अधिकारियों सहित पूर्व मंत्रियों और अपने मंत्रियों तक भ्रष्टाचार के आरोप में कार्रवाई कर चुकी है। आज वीरवार को विजीलैंस विभाग की टीम ने लुधियाना के नगर सुधार ट्रस्ट के कार्यालय में छापा मारा। बताया जा रहा है कि यहां एक ईओ कुलजीत कौर और क्लर्क हरमीत सिंह को गिरफ्तार किया गया है। कुलजीत कौर पर 5 लाख रूपये की रिश्वत लेने का आरोप है। हालांकि अभी तक इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

विजीलैंस की टीम ईओ कुलजीत कौर को अपने साथ मोहाली लेकर गई है। इनके खिलाफ एक व्यक्ति ने विजीलैंस ब्यूरो को शिकायत दी थी, जिसमें कहा गया है कि कुलजीत कौर ने लाखों रूपये लेने के बाद भी उसका काम नहीं किया। इस दौरान नगर सुधार ट्रस्ट का कार्यालय पुलिस छावनी में तबदील हो गया और सारा कार्यालय खाली हो गया। उल्लेखनीय है कि पिछले 15 दिनों से कुलजीत कौर बकायदा ड्यूटी पर नहीं आ रही थी और आज सुबह जैसे ही ड्यूटी पर आई तो विजीलैंस ने उसे काबू कर लिया।

10 लाख रूपये रिश्वत की मांग

उल्लेखनीय है कि हैबोवाल के निवासी नवदीप सिंह ने 7 अप्रैल को एक शिकायत सीएम, डॉयरैक्टर विजीलैंस और एसएसपी विजीलैंस लुधियाना को दी थी। शिकायत में उसने बताया कि लुधियाना के नगर सुधार ट्रस्ट ने हैबोवाल में जमीन एक्वायर की थी, जिसके प्लाटों पर नम्बर भी लगा दिए थे। जब उक्त प्लाट का वह नक्सा पास करवाने के लिए गया तो महिला अधिकारी कुलजीत कौर ने उससे 10 लाख रूपये रिश्वत की मांग की, जिसमें से उसने एक लाख रूपये दे दिए और बाकी पैसे बाद में देने की बात की।

उसका एक प्लाट राजगुरू नगर में भी है। उसकी एनओसी लेने के लिए जब वह नगर सुधार ट्रस्ट के कार्यालय में गया तो उस महिला अधिकारी ने उस प्लाट की एनओसी बदले भी रिश्वत देने की मांग की। दोनों प्लाटों का वह कुलजीत कौर को साढे पांच लाख रूपये दे चुका है। पैसे लेने के बावजूद भी कुलजीत कौर ने उसका काम नहीं किया, जिस कारण उसने यह शिकायत दर्ज करवाई है।

भ्रष्टाचार पर अपनाई जीरो टालरैंस पॉलिसी के तहत अब तक 45 जनों पर हो चुकी है कार्रवाई

पंजाब में भगवंत मान की सरकार बनने के बाद अब तक भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरैंस की नीति के तहत 45 सरकारी अधिकारी, कर्मचारी और अन्य रिश्वत लेते पकड़े जा चुके हैं। सरकार ने पंजाब पुलिस में एक सब-इंस्पैक्टर, 8 सहायक सब-इंस्पैक्टर, 3 कॉन्सटेबल, 1 कॉन्सटेबल, 1 होम गार्ड जवान, 2 पटवारी, 1 क्लर्क, 1 नम्बरदार, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड का एक डाटा एंट्री ऑपरेटर, सरकारी आई.टी.आई. मोहाली का 1 प्रिंसीपल, 1 मैडीकल अफसर, 1 डिवीजनल वन अधिकारी और ज्यूडिशियल विभाग का संमन करने वाले स्टाफ पर कार्रवाई की गई है।

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