पुतिन के एक फैसले से रूस में कोहराम, सड़कों पर उतरी जनता

Russian People

रूसी लोग में मची देश छोड़े की होड़

मास्को (एजेंसी)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन में लड़ने के लिए रूस से सैनिकों की आंशिक लामबंदी की घोषणा किये जाने के बाद से घबराये नागरिकों (Russian People) के देश छोड़कर जाने की होड़ सी लग गयी है। मीडिया की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी। दूसरी ओर क्रेमिलन ने उम्रदराज लोगों के लड़ाई में भेजे जाने के डर से देश छोड़कर भागने की रिपोर्टों को अतिश्योक्तिपूर्ण बताया है, लेकिन जॉर्जिया की सीमा पर वाहनों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं जिसमें जंग से बचकर भागने की कोशिश कर रहे लोग शामिल हैं। कुछ लोग तो सीमा पर वाहनों की लंबी कतारों से बचने और पैदल ही सीमा पार करने पर लगी पाबंदी को देखते हुए साइकिलों पर ही सवार होकर सीमा पार करने की कोशिश में लगे हैं।

Vladimir Putin

ऐसे ही एक व्यक्ति ने बीबीसी को नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि वह गुरूवार सुबह नौ बजे से सीमा पार करने के इंतजार में था और देर रात वह सीमा पार करने में कामयाब भी रहा। एक अन्य व्यक्ति ने भी बताया कि उसने सीमा पार करने के लिए 12 घंटे का इंतजार किया । इन लोगों ने बताया कि वे यूक्रेन में लड़ाई के लिए सैनिकों की लामबंदी करने के रूसी सरकार के फैसले के बाद देश छोड़ रहे हैं। वह अपनी पढाई पूरी करने के लिए देश छोड़कर जा रहे हैं। रूस के पड़ोसी देशों में से जॉर्जिया ऐसे चुनींदा देशों में शामिल है जहां जाने के लिए रूसी नागरिकों को वीजा की जरूरत नहीं है। फिनलैंड के साथ रूस 1300 किलोमीटर लंबी सीमा सांझा करता है, लेकिन यहां जाने के लिए रूसी नागरिकों को वीजा की दरकार है। फिनलैंड ने भी बताया कि रात में यातायात काफी बढ़ गया, लेकिन यह नियंत्रित किये जा सकने की स्थिति में है।

रूस के कब्जे वाले इलाकों में ‘जनमत संग्रह’

यूक्रेन के रूसी कब्जे वाले क्षेत्रों में रूस में शामिल होने के लिए शुक्रवार को तथाकथित ‘जनमत संग्रह’ आयोजित किया जा रहा है। रूस यूक्रेन के क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए लगातार आगे बढ़ रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन के चार क्षेत्रों में आज से मतदान शुरू हो रहा है जहां रूस ने अपने आक्रमण के दौरान जीत हासिल की है। इस सप्ताह की शुरूआत में लुहान्स्क और डोनेट्स्क के पूर्वी क्षेत्रों के साथ-साथ दक्षिण में जापोरिज्जिया और खेरसॉन में स्नैप मतदान कराए गए थे। अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के अनुसार उक्त चारों क्षेत्र यूक्रेन के लगभग 15 प्रतिशत या हंगरी के आकार के क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

जनमत संग्रह के दौरान पांच दिनों तक मतदान होना है। रूसी मीडिया ने बताया कि चुनावी अधिकारी आज से सोमवार तक पोर्टेबल बैलेट बॉक्स के साथ घर-घर जाएंगे। मतदान केंद्रों का संचालन केवल पांचवें दिन 27 सितंबर को होगा। मतदान के दौरान अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है। बीबीसी ने बताया कि उस दिन सैकड़ों मतदान केंद्र खुलने वाले हैं, जिसमें मतदाता अपने क्षेत्र से बाहर के क्षेत्रों में भी मतदान कर सकेंगे जबकि शरणार्थी रूस के कुछ हिस्सों में ही मतदान करने के योग्य होंगे। वर्ष 2014 से रूसी समर्थित अलगाववादियों के नियंत्रण वाले लुहांस्क और डोनेट्स्क के कुछ हिस्सों – जहां वोटिंग पेपर केवल रूसी में लिखे जाएंगे। दोनों स्थानों पर इस साल अधिक क्षेत्र लिया गया है।

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