सराहनीय : डॉ. प्रवीण ने बारिश के बीच छाता लगाकर किया भैंस का ऑपरेशन, पेट से निकाली कीलें

चिकित्सक की बेमिसाल कर्तव्य निष्ठा से बची दुधारू पशु की जान

  • भैंस की हालत गंभीर होने पर छुट्टी के दिन भी ड्यूटी करने पहुंचे चिकित्सक

भिवानी (सच कहूँ न्यूज)। चिकित्सक को धरती का भगवान का माना जाता है, चाहे वो चिकित्सक इंसानों का हो या पशुओं का। (Bhiwani) इसी कहावत को चरितार्थ कर दिखाया गाँव लेघां हेतवान के पशु चिकित्सक डॉ. प्रवीण ठाकन ने। जिन्होंने अपने पद के प्रति कर्तव्य निष्ठा को समझते हुए छुट्टी के दिन भी एक भैंस का आॅप्रेशन कर उसकी जान बचाई। गौरतलब है कि हरियाणा सरकार द्वारा रामनवमी के दिन को छुट्टी घोषित की गई थी। इस दौरान जिला के गाँव लेघां हेतवान के पशु चिकित्सक डॉ. प्रवीण ठाकन के पास एक पशुपालक का फोन आया कि उसकी भैंस को सांस लेने में तकलीफ हो रही है, जिसे ईलाज की सख्त जरूरत है।

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जिसके बाद वे तुरंत मौके पर पहुंचे तथा देखा कि भैंस (Buffalo) को काफी दिनों से अफारा आया हुआ था तथा पशु की हालत गंभीर थी। जिसके बाद उन्होंने भैंस की आपात स्थिति को देखते हुए आॅप्रेशन की तैयारी कर दी, लेकिन बारिश होने की वजह से आॅप्रेशन के लिए मौसम अनुकूल नहीं था। जिसके बाद भैंस की जान बचाने के लिए डॉ. प्रवीण ने छाता लगाकर ही आॅप्रेशन शुरू कर दिया। इस बारे में पशु चिकित्सक प्रवीण ठाकन ने बताया कि आॅप्रेशन के दौरान बहुत सी कीलें भैंस के पेट से निकाली गई।

उन्होंने बताया कि यदि ये कीलें नहीं निकाली जाती तो डायाफ्रॉम फाड़कर दिल में घुस सकती थी और पशु की मौत तक हो सकती थी। उन्होंने बताया कि आॅप्रेशन के बाद अब पशु स्वस्थ है। इस आॅप्रेशन के सफल हो जाने पर पशुपालक व अन्य ग्रामीणों ने डॉ. ठाकन का आभार जताया। ग्रामीणों ने कहा कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होता है। ये आज हमने अपनी आँखों से देख लिया। उन्होंने सरकार से मांग की कि ड्यूटी के प्रति कर्तव्यनिष्ठ ऐसे चिकित्सकों को सम्मानित किया जाए।

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