World Best Intelligence Agency: विश्व की वो शीर्ष खुफिया एजेंसियां जिनसे कांपते है दुश्मन, विश्व में बजता है डंका

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World Best Intelligence Agency: विश्व की वो शीर्ष खुफिया एजेंसियां जिनसे कांपते है दुश्मन, विश्व में बजता है डंका

World Best Intelligence Agency: विश्व की सुरक्षा और रणनीति में खुफिया एजेंसियों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। ये एजेंसियां न केवल अपने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं, बल्कि वैश्विक राजनीति और आतंकवाद-रोधी अभियानों में भी अहम भूमिका निभाती हैं। खुफिया एजेंसियों की सफलता किसी देश की सामरिक और आर्थिक ताकत को भी प्रभावित करती है।

अमेरिका की सीआईए: अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) विश्व की सबसे चर्चित खुफिया एजेंसियों में से एक है। 1947 में स्थापित यह एजेंसी विदेशों में अमेरिकी हितों की रक्षा, गुप्त जानकारी जुटाने और आतंकवाद विरोधी अभियानों में सक्रिय है। आधुनिक तकनीक और उपग्रह निगरानी के मामले में सीआईए सबसे आगे मानी जाती है। इसका सबसे प्रसिद्ध उदाहरण 2011 का आॅपरेशन नेप्च्यून स्पीयर है, जिसमें पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को मार गिराया गया।

ब्रिटेन की एमआई-6: ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआई-6 सन् 1909 में स्थापित हुई। शीतयुद्ध के दौरान सोवियत संघ के खिलाफ इसकी गुप्त गतिविधियां और जासूसी अभियान बहुत प्रभावशाली रहे। द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मन नाजियों के खिलाफ कोड तोड़ने में एमआई-6 की भूमिका ऐतिहासिक रही।

भारत की रॉ: भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) 1968 में स्थापित हुई। इसका मुख्य कार्य भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विदेशी खुफिया कार्यों को अंजाम देना है।

इजराइल की मोसाद: इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद 1949 में स्थापित हुई। मोसाद को दुनिया की सबसे आक्रामक और सटीक खुफिया एजेंसी माना जाता है। 1972 के म्यूनिख ओलंपिक हत्याकांड के बाद आॅपरेशन रैथ आॅफ गॉड में आतंकवादियों को निशाना बनाया गया। World Best Intelligence Agency

रूस की एफएसबी: रूस की एफएसबी 1995 में केजीबी के उत्तराधिकारी के रूप में स्थापित हुई। इसका मुख्य कार्य रूस के अंदरूनी और बाहरी सुरक्षा, जासूसी और साइबर सुरक्षा है।

चीन की एमएसएस: चीन की मंत्रालय आॅफ स्टेट सिक्योरिटी (एमएसएस) 1983 में स्थापित हुई। एमएसएस चीन की सैन्य और तकनीकी जानकारी को वैश्विक स्तर पर सुरक्षित रखने में प्रमुख भूमिका निभाती है। अमेरिका और यूरोप ने इस पर कई बार साइबर चोरी और औद्योगिक जासूसी के आरोप लगाए हैं।

पाकिस्तान की आईएसआई: पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) 1948 में स्थापित हुई। यह पाकिस्तान की सेना के अधीन कार्य करती है। आईएसआई पर तालिबान को समर्थन देने और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप समय-समय पर लगे हैं।

जर्मनी की बीएनडी: जर्मनी की बुंडेसनाख्रिचटेनडिएंस्ट (बीएनडी) 1956 में स्थापित हुई। यह जर्मनी के बाहर खुफिया जानकारी जुटाने और आतंकवाद रोकने में अग्रणी है। बीएनडी ने अमेरिका और यूरोप के आतंकवादी नेटवर्कों की पहचान और निगरानी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

फ्रांस की डीजीएसई: फ्रांस की डीजीएसई 1982 में स्थापित हुई। डीजीएसई ने अफ्रीका में फ्रांसीसी नागरिकों के अपहरण मामलों और आतंकवादी समूहों के खिलाफ सफल आॅपरेशन किए हैं।

आॅस्ट्रेलिया की एएसआईएस: आॅस्ट्रेलिया की एएसआईएस एजेंसी 1952 में स्थापित हुई। एएसआईएस ने इंडोनेशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में आतंकवादियों की गतिविधियों पर नियंत्रण में अहम योगदान दिया।

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