150 सेवादारों ने डेंगू पीड़ितों के लिए किए ‘प्लेटलेट्स’ दान

ऐमरजेंसी में डेंगू पीड़ित मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहे डेरा श्रद्धालु

  • 50 से अधिक सेवादारों ने किया जरूरतमंदों के लिए रक्तदान

पटियाला। (सच कहूँ/खुशवीर सिंह तूर)  मौजूदा समय में डेंगू बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सरकारी और प्राईवेट अस्पतालों में डेंगू के मरीज बड़ी संख्या में भर्ती हो रहे हैं, जिनमें प्लेटलेट्स (सैलोंं) की भारी कमी पाई जा रही है। ऐमरजैंसी परिस्थितियों में जरूरतमंद मरीजों की जान बचाने के लिए डेरा सच्चा सौदा के सेवादार इन्सानियत का फर्ज निभाते हुए आगे आ रहे हैं और अब तक 150 के करीब डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने डेंगू पीड़ित मरीजों के लिए सैल दान कर डेंगू पीड़ित मरीजों को बचाया है। इसके अलावा 50 से अधिक सेवादारों ने ऐमरजैंसी परिस्थितियों में रक्तदान भी किया है।

जानकारी के अनुसार जिला पटियाला में डेंगू का कहर लगातार जारी है। जिले में अब तक डेंगू पीड़ित मरीजों का आंकड़ा 900 से पार हो चुका है। ब्लड बैंकों में रक्त की भारी कमी पाई जा रही है और मरीजों के परिजनों को ब्लड बैंकों में खून न मिलने के कारण निराशा का सामना करना पड़ रहा है। डेंगू मरीज को बुखार जकड़ लेता है और वह कमजोरी महसूस करने लगता है। डेंगू के कारण ज्यादातर मरीजों के सैल बहुत कम हो जाते हैं, जिस कारण उनकी हालत काफी गंभीर हो जाती है। इधर ऐसे ही ऐमरजैंसी केसों में डेरा सच्चा सौदा के सेवादार इन मरीजों की जिन्दगी का सहारा बन रहे हैं।

बड़ी बात यह है कि ज्यादातर केसोंं में आधी रात को भी ये सेवादार अस्पताल पहुंचकर सीरियस मरीजों के लिए सैल दान कर रहे हैं। समय पर सैल और रक्त मिलने से इन मरीजों के परिजनों द्वारा लगातार डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों का तहेदिल से धन्यवाद भी किया जा रहा है। रक्तदान समिति के जिम्मेवार सागर अरोड़ा इन्सां ने बताया कि सैल दान सहित रक्तदान करने वालों में ऋषि इन्सां, हार्दिक इन्सां, हरविन्द्र इन्सां, गुरमुख इन्सां, राज कुमार बल्ली, बहादर सिंह, कमल इन्सां, राहुल इन्सां, दिनेश इन्सां, अर्श, नवजोत इन्सां, घणश्याम, रोहत इन्सां, कैरवी इन्सां, मनीस इन्सां सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु सैल हैं।

रक्त की भारी कमी, डेरा श्रद्धालु निभा रहे अपना फर्ज : डॉ. रिंमप्रीत वालिया

लाइफ लाइन ब्लड सैंटर पटियाला के प्रमुख डॉ. रिंमप्रीत वालिया का कहना है कि ब्लड की भारी कमी पाई जा रही है। उन्होंने कहा कि रक्त लेने वाले ज्यादा हैं, जबकि रक्तदान करने वाले कम आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों द्वारा ऐमरजैंसी हालातों के मौके मोर्चा संभाला गया है। इनके द्वारा मरीजोंं के लिए प्लेटलेट्स सहित रक्तदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में कई केस ऐसे भी हैं, जिनके परिजन ही अपने मरीजों को रक्त देने से पीछे हट रहे हैं। उन्होंने बताया कि डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों के अलावा सहयोग वैल्फेयर संस्था, लोक सेवा सोसायटी और माता नैना देवी संस्था द्वारा भी अपना फर्ज निभाया जा रहा है।

डेरा श्रद्धालुओं का मकसद ही इन्सानियत की सेवा : हरमिन्द्र नोना

डेरा सच्चा सौदा के 45 मैंबर हरमिन्द्र नोना इन्सां का कहना है कि पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा बिना किसी भेदभाव के इन्सानियत की सेवा करने की प्रेरणा दी गई है। उन्होंने बताया कि पहले कोरोना काल के दौरान भी सेवादारों ने हजारों यूनिट रक्तदान किया है और अब भी जहां मरीज को रक्त या सैल की जरूरत होती है तो डेरा श्रद्धालु दिन-रात की परवाह किए बिना तुरंत ही मरीज की जान बचाने के लिए पहुंच जाते हैं।

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