हवाई द्वीप में 6.2 तीव्रता का भूकंप

Earthquake in Japan

लॉस एंजिलिस (एजेंसी)। अमेरिका के सबसे बड़े द्वीप हवाई के दक्षिण में सोमवार तड़के भूंकप के तेज झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.2 तीव्रता मापी गई। भारतीय समयानुसार तड़के करीब साढ़े तीन बजे आये इस भूकंप का केंद्र हवाई द्वीप के सबसे दक्षिणी सिरे पर स्थित नालेहु से लगभग 17 मील (लगभग 27 किमी.) दक्षिण-दक्षिण पूर्व में सतह से 35 किलोमीटर नीचे था। नालेहु हवाई श्रृंखला में सबसे बड़ा और सबसे ज्वालामुखी सक्रिय क्षेत्र है। एजेंसी ने बताया कि भूकंप के बाद भी अलग-अलग तीव्रता के कई झटके महसूस किए गए।

हवाई आपात प्रबंधन एजेंसी ने भूकंप के बाद एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि प्रशांत सुनामी चेतावनी केन्द्र की ओर से जारी सभी उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार हवाई द्वीप में सुनामी का कोई खतरा नहीं है। एजेंसी ने बताया कि स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है और भूकंप के कारण हुए नुकसान का आकलन कर रहा है। स्थानीय समाचार आउटलेट ने बताया कि हवाई द्वीप और काउई तथा ओआहू तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं है।

क्यों आता है भूकंप

धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट, क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती रहती हैं। जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है। ये प्लेट क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इसके बाद वह स्थिर रहते हुए अपनी जगह तलाशती हैं इस दौरान एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे आ जाता है।

कैसे मापा जाता जाता है भूकंप की तीव्रता

भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए रिक्टर स्केल का पैमाना इस्तेमाल किया जाता है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है।

भूकंप आने पर क्या करें?

  • भूकंप आने के बाद अगर आप घर में हैं तो कोशिश करें कि फर्श पर बैठ जाएं। या फिर अगर आपके घर में टेबल या फर्नीचर है तो उसके नीचे बैठकर हाथ से सिर को ढक लेना चाहिए।
  • भूकंप आने के दौरान घर के अंदर ही रहें और जब झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें।
  • भूकंप के दौरान घर के सभी बिजली स्विच को आॅफ कर दें।

क्या होता है रिक्टर स्केल

भूकंप के समय भूमि में हुई कंपन को रिक्टर स्केल या मैग्नीट्यूड कहा जाता है। रिक्टर स्केल का पूरा नाम रिक्टर परिणाम परीक्षण ( रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल ) है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर जितनी ज्यादा होती है, भूमि में उतना ही अधिक कंपन होता है। जैसे-जैसे भूकंप की तीव्रता बढ़ती है नुकसान भी ज्यादा होता है। जैसे रिक्टर स्केल पर 8 की तीव्रता वाला भूकंप ज्यादा नुकसान करेगा। वहीं 3 या 4 की तीव्रता वाला भूकंप हल्का होगा।

भूकंप की तीव्रता के हिसाब से क्या हो सकता है असर

  • 0 से 1.9 की तीव्रता वाले भूकंप का पता सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही चलता है।
  • 2 से 2.9 की तीव्रता वाले भूकंप से सिर्फ हल्की कंपन होती है।
  • 3 से 3.9 की तीव्रता वाले भूकंप के दैरान ऐसा लगता की कोई ट्रक आपके बगल से गुजरा हो।
  • 4 से 4.9 की तीव्रता वाला भूकंप खिड़कियां तोड़ सकता हैं।
  • 5 से 5.9 की तीव्रता पर घर का सामान हिल सकता है।
  • 6 से 6.9 की तीव्रता वाले भूकंप से इमारतों की नींव में दरार आ सकती है।
  • 7 से 7.9 की तीव्रता वाला भूकंप इमारतों को गिरा सकता है।
  • 8 से 8.9 की तीव्रता वाला भूकंप आने पर बड़े पुल भी गिर सकते हैं।
  • 9 से ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप पूरी तरह से तबाही मचा सकते हैं।
  • अगर समंदर नजदीक हो तो सुनामी भी आ सकती है।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।