CBSE Board: नई एजुकेशन पॉलिसी लागू करने वाला पहले बोर्ड बना सीबीएसई

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CBSE Board: नई एजुकेशन पॉलिसी लागू करने वाला पहले बोर्ड बना सीबीएसई

करिकुलम किया जारी,इसी सत्र से होगा लागू

हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। CBSE Board: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई देश का ऐसा पहला बोर्ड होगा जो नई शिक्षा नीति-2020 लागू करने जा रहा है। सीबीएसई ने इस संबंध में संबंधित स्कूलों को करिकुलम भी जारी कर दिया है। वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2024-25 से ही नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत विद्यार्थियों को परीक्षा देनी होगी। सीबीएसई ने इस संबंध में सभी तैयारियां को अंजाम देकर शिक्षकों ट्रेनिंग का भी प्रबंध किया है।

इसके तहत पहले स्कूलों के प्रिंसिपल को ट्रेनिंग दी जाएगी और उसके बाद संबंधित स्कूलों के स्कूलों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे विशेष प्रशिक्षण अभियान के लिए सीबीएसई ने अपने मास्टर ट्रेनर को ट्रेंड कर दिया है। सीबीएसई के मास्टर ट्रेनर पहले रिसोर्स पर्सन को नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत ट्रेनिंग देंगे। उसके बाद रिसोर्स पर्सन विशेष सत्रों का आयोजन कर जिला स्तर पर ट्रेनिंग देने का काम करेंगे। सीबीएसई ने अपने दिल्ली मुख्यालय से सभी रीजनल सेंटर बाहर जिले के सिटी कोऑर्डिनेटर को इस संबंध में सर्कुलर भी जारी कर दिया है।

कौशल शिक्षा पर दिया जाएगा ध्यान | CBSE Board

सीबीएसई के नए कार्यक्रम के अनुसार सैकेंडरी स्तर से ही कौशल शिक्षा पर ध्यान दिया जाएगा ताकि विद्यार्थियों को रोजगार प्राप्त शिक्षा दी जा सके। इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,रिटेल इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, सिक्योरिटी ऑटोमेटिव,इंट्रोडक्शन टू फाइनेंशियल मार्केट्स,इंट्रोडक्शन टू टूरिज्म,ब्यूटी एंड वैलनेस,कृषि,फूड प्रोडक्शन,फ्रंट ऑफिस ऑपरेशंस,बैंकिंग एंड इंश्योरेंस, मार्केटिंग एंड सेल्स,हेल्थ केयर,अपैरल्स मल्टीमीडिया, मल्टी स्किल फाऊंडेशन कोर्स,फिजिकल एक्टिविटी, ट्रेनर डेटा साइंस,इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर फाउंडेशन स्किल फॉर साइंसेज (फार्मास्यूटिकल एंड बायोटेक्नोलॉजी), डिजाइन थिंकिंग एंड इनोवेशन विषयों को शामिल किया गया है। स्कूलों में नई एजुकेशन पॉलिसी लागू होते ही संबंधित स्कूलों को स्कूल स्किल एजुकेशन बेस्ड टीचर्स की भी नियुक्ति करनी होगी।

ऐसा होगा परीक्षा का स्वरूप | CBSE Board

नई शिक्षा नीति लागू होने से पहले सीबीएसई के स्कूलों में भी अन्य शिक्षा बोर्ड की तरह हिंदी,अंग्रेजी,गणित,विज्ञान व सामाजिक अध्ययन सहित किसी एक ऐच्छिक विषय के साथ 6 विषयों की परीक्षा देनी होती थी। अब छठा विषय कौशल आधारित विषय को शामिल किया गया है। इसके अलावा इस बार सीबीएसई के स्कूलों में तीन विषयों को और बढ़ाया गया है। इनमें स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा,कार्य अनुभव व कला शिक्षा विषय शामिल हैं। हालांकि इन तीन विषयों की परीक्षा स्कूल स्तर पर इंटरनल तौर पर ही आयोजित की जाएगी। लेकिन इन विषयों का विशेष मकसद विद्यार्थियों को कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण देना है। बच्चों की संज्ञानात्मक विकास के लिए भी तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि बच्चों का शिक्षा के साथ-साथ मानसिक विकास भी हो सके। CBSE Board

चार नए विषय शामिल

सीबीएसई बोर्ड ने अपने इतिहास में पहली बार चार नए विषयो को भी शामिल किया है। फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर फाउंडेशन स्किल फॉर साइंसेज फार्मास्यूटिकल एंड बायोटेक्नोलॉजी,डिजाइन थिंकिंग एंड इनोवेशन पहली बार दसवीं कक्षा के सिलेबस में शामिल होने वाले विषय बने हैं। हालांकि कौशल विकास के विषय वैकल्पिक विषय है। इन विषयों को लेना अनिवार्य नहीं है। CBSE Board

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