दो दिनों की कड़ी मेहनत से टूटी नहर पर पाया काबू
- जिला प्रशासन ने जताया डेरा श्रद्धालुओं का आभार | Sunam Udham Singh Wala
सुनाम ऊधम सिंह वाला (सच कहूँ/कर्म थिंद)। Sunam Udham Singh Wala: सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षा अनुसार डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर कमेटी के करीब 500 सेवादार लोगों की जान व माल को बचाने के लिए ढाल बनकर खड़े हो गए। सुनाम-नीलोवाल नहर में आई दरार को डेरा श्रद्धालुओं की हिम्मत व हौंसले ने लगातार कई घटों की कड़ी मशक्कत के बाद शुक्रवार दोपहर 3 बजे के करीब पूरी तरह से भर दिया। डेरा श्रद्धालुओं ने इस दरार को भरने का काम वीरवार 19 जून को शाम 7 बजे के करीब शुरु किया था व लगातार कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद इस राहत कार्य को पूरा किया, लेकिन अगर इस पानी का बहाव इसी तरह रहता तो कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन जाने थे। Sunam Udham Singh Wala
जानकारी के अनुसार गांव नीलोवाल की तरफ जा रही नहर खड्याल गांव के खेतों में वीरवार सुबह टूट गई थी। आसपास के खेतों में करीब 1 हजार से अधिक एकड़ रकबे में पानी भर गया। पानी अपना दायरा बढ़ा रहा था, जिस कारण कई गांवों के लोगों को चिंता सताने लगी। वहीं जिन खेतों में यह पानी भरा है, यह दो गांव खड्याल व चट्ठा ननहेड़ा के खेत हैं। वीरवार को दोनों गांवों की पंचायतोंं के गणमान्यजनों ने डेरा सच्चा सौदा के जिम्मेवारों से सहयोग की मांग की, जिसके तुरंत बाद 85 मैंबर बलदेव कृष्ण इन्सां, 85 मैंबर रणजीत सिंह इन्सां, 85 मैंबर सहदेव इन्सां, 85 मैंबर भगवान इन्सां, 85 मैंबर बलजीत सिंह इन्सां की देखरेख में वीरवार शाम 7 बजे से रात 12:30 बजे तक व शुक्रवार सुबह 7 बजे से फिर से दरार को भरने में सेवादार जुटे हुुए थे। पहली बार में 50 फुट चौड़ी दरार आई थी, लेकिन उसके बाद आगे की मिट्टी भी पानी के साथ बह गई और दरार 15 फुट और चौड़ी हो गई। Sunam Udham Singh Wala
इस राहत कार्य में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर कमेटी के सेवादार, मनरेगा कर्मचारियों सहित नहरी विभाग के कर्मचारी भी लगे हुए थे। उल्लेखनीय है कि दोपहर दो घंटों तक मिट्टी भरने वाले थैलों की कमी आने से दो घंटे काम बंद करना पड़ा, काफी समय बाद जब खाली थैले मंगवाए गए तब कहीं जाकर दोबारा राहत कार्य शुरु हुआ। वहीं दोपहर 3 बजे तक दरार को मिट्टी के थैलों की मदद से पानी एक बार बन्द कर लिया गया, जिसके बाद प्रशासन व ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। 85 मैंबर बलदेव कृष्ण इन्सां व 85 मैंबर रणजीत सिंह ने कहा कि कल शाम से ही जब समूह पंचायतों ने उनसे संपर्क किया तो सेवादार तुरंत यहां पहुंचकर राहत कार्यों में जुट गए। उन्होंने कहा कि 500 के करीब सेवादार राहत कार्यों में टीमें बनाकर जुटे रहे। उन्होंने कहा कि थोड़े समय के लिए थैलों की कमी के चलते काम बंद करना पड़ा। उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु जी की रहमत व सेवादारों के हौंसले से यह कार्य सम्पन्न हुआ है।
अपनी जान की परवाह किए बिना राहत कार्यों में जुटे रहे सेवादार: सरपंच
गांव खड़्याल के सरपंच कैप्टन लाभ सिंह व गांव चट्ठा ननहेड़ा के सरपंच कुलवंत कौर के पति ब्रज लाल ने दरार को भरे जाने पर डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों की तहदिल से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि डेरा सच्चा सौदा के सेवादार उनके एक छोटे से मैसेज पर तुरन्त पहुंच गए थे व वह कल शाम से लेकर अब तक नहर में जाकर अपनी जान की परवाह किए बिना जुटे रहे। जिन्होंने आज दरार को भरकर ही दम लिया है।
पूज्य गुरु जी व सेवादारों की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम: अतिरिक्त उपायुक्त
वहीं मौके पर पहुंचे अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर संगरूर अमित बैंबी ने कहा कि पूज्य गुरु जी व सेवादारों की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है, जिन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद इस बांध को बंद करने में मदद की है। उन्होंने कहा कि खड्याल व चट्ठा ननहेड़ा की पंचायतों ने डेरा श्रद्धालुओं से मदद मांगी थी। डेरा श्रद्धालुओं ने बहुत ही प्रशंसनीय कार्य किया है व लगातार दरार भरने तक राहत कार्यों में जुटे रहे। बता दें कि डेरा सच्चा सौदा के सेवादार पूज्य गुरु जी के पावन प्रेरणाओं पर चलते हुए लगातार इंसानियत की सेवा में जुटे हुए हैं तथा मानवता हित में डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे मानवता हित के कार्याें को बढ़-चढ़कर कर रहे हैं। Sunam Udham Singh Wala
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