Israel-Iran war Updates: ईरान और इज़राइल के बीच जारी तनाव के नौवें दिन इज़राइली सेना (Israeli Army) ने एक बड़ी सफलता का दावा किया है। इज़राइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने शनिवार को जानकारी दी कि उसने ईरान के क़ोम प्रांत में एक सटीक हवाई हमले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की विदेशी शाखा के वरिष्ठ अधिकारी सईद इज़ादी को मार गिराया है। इज़राइल के रक्षा मंत्री, इज़राइल काट्ज़ ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि सईद इज़ादी कुद्स फोर्स की फिलिस्तीन इकाई के प्रमुख थे। यह इकाई गाज़ा में सक्रिय हमास जैसे संगठनों के साथ ईरान की सैन्य समन्वय की धुरी मानी जाती है। Israel-Iran war News
IDF ने किया पुष्टि का दावा
इज़राइल डिफेंस फोर्स ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “ईरान की उस योजना के मुख्य वास्तुकार — जो इज़राइल को समाप्त करने के उद्देश्य से बनाई गई थी — सईद इज़ादी को क़ोम क्षेत्र में सटीक हवाई हमले के ज़रिये समाप्त कर दिया गया है।” IDF के अनुसार, इज़ादी हमास को रणनीतिक और आर्थिक सहयोग पहुंचाने वाले प्रमुख ईरानी अधिकारी थे। वे हमास की सैन्य गतिविधियों को ईरानी नेतृत्व के निर्देशानुसार संचालित कर रहे थे और गाजा से लेकर लेबनान तक फैले नेटवर्क में सक्रिय थे।
सईद इज़ादी की भूमिका क्या थी? | Israel-Iran war News
इज़राइली सेना ने कहा कि इज़ादी कुद्स फोर्स के फिलिस्तीन कोर के प्रमुख कमांडर थे। यह इकाई हमास और ईरानी शासन के बीच समन्वय का कार्य करती थी, विशेषकर गाजा पट्टी में। IDF ने दावा किया कि सईद इज़ादी 7 अक्टूबर को इज़राइल में हुए हमलों की योजना बनाने वालों में से एक थे। वे ईरानी शासन और हमास के शीर्ष नेतृत्व के बीच सैन्य संपर्क स्थापित करने की जिम्मेदारी निभा रहे थे। इज़राइली बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि सईद इज़ादी ने हमास को आर्थिक सहायता पहुंचाने, हथियारों की आपूर्ति सुनिश्चित करने और संगठन को फिर से खड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अन्य गतिविधियाँ और आरोप | Israel-Iran war News
सेना के अनुसार, इज़ादी ने गाज़ा, यहूदिया और सामरिया क्षेत्रों में आतंकवादी संगठनों से प्रत्यक्ष संवाद बनाए रखा था। उन्होंने हमास की सैन्य शाखा को पुनः सशक्त करने और गाज़ा में उसका प्रभाव बनाए रखने के लिए काम किया। IDF ने यह भी दावा किया कि इज़ादी की देखरेख में ईरानी सैन्य ठिकानों से इज़राइल विरोधी अभियान चलाए जा रहे थे, जिनमें निशाना बनाकर की गई हत्याएं, हवाई सुरक्षा प्रणालियों को निष्क्रिय करना और ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े स्थानों पर हमले शामिल थे।