
UP Metro News: मुज्जफरनगर, अनु सैनी। उत्तर प्रदेश ने मेट्रो रेल नेटवर्क के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया है। अब यूपी ऐसा पहला राज्य बन चुका है, जहां एक साथ छह बड़े शहरों में मेट्रो सेवाएं दी जा रही हैं। इससे न सिर्फ यातायात की व्यवस्था में सुधार हो रहा है, बल्कि पर्यावरण के लिहाज से भी यह कदम काफी फायदेमंद साबित हो रहा है।
किन-किन शहरों में चल रही है मेट्रो सेवा? UP Metro News
राज्य में फिलहाल जिन शहरों में मेट्रो ट्रेन की सुविधा आम जनता को मिल रही है, वे इस प्रकार हैं:
लखनऊ
कानपुर
आगरा
गाजियाबाद
नोएडा
ग्रेटर नोएडा
इन छह शहरों में मेट्रो के संचालन से लाखों यात्रियों को रोज़ सफर करने में सुविधा मिल रही है, खासकर उन लोगों को जो ऑफिस, कॉलेज या बाजार के लिए रोजाना सफर करते हैं।
UPMRC: उत्तर प्रदेश में मेट्रो संचालन की मुख्य एजेंसी | UP Metro News
यूपी में मेट्रो संचालन की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (UPMRC) के पास है। हालांकि, यह कॉर्पोरेशन केवल तीन शहरों में ही मेट्रो संचालन करता है:
लखनऊ मेट्रो
कानपुर मेट्रो
आगरा मेट्रो
UPMRC का मुख्यालय लखनऊ के गोमतीनगर स्थित विपिन खंड में है, जहां से पूरे संचालन की निगरानी की जाती है।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा की मेट्रो अलग प्रबंधन के तहत
हालांकि नोएडा और ग्रेटर नोएडा यूपी में ही स्थित हैं, लेकिन वहां की मेट्रो का संचालन UPMRC नहीं करती। इन दोनों शहरों में मेट्रो सेवाएं नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) द्वारा संचालित की जाती हैं। यही वजह है कि इन शहरों में मेट्रो संचालन के नियम और योजनाएं थोड़ी अलग होती हैं।
कितनी दूरी पर मेट्रो संचालन हो रहा है? UP Metro News
हर शहर में मेट्रो की दूरी धीरे-धीरे बढ़ाई जा रही है। वर्तमान में जिन शहरों में UPMRC मेट्रो चला रही है, वहां निम्नलिखित दूरी तक सेवा उपलब्ध है।
लखनऊ: 22.87 किलोमीटर
कानपुर: 8.72 किलोमीटर
आगरा: 5.62 किलोमीटर
इन सभी शहरों में मेट्रो सेवाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र कवर हो सकें।
भविष्य की योजना: 8 और शहरों में प्रस्तावित है मेट्रो सेवा
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि मेट्रो सेवा को और ज्यादा शहरों तक पहुंचाया जाए। वर्तमान में 8 शहर ऐसे हैं जहां मेट्रो संचालन की योजना प्रस्तावित है।
1. मेरठ
2. गोरखपुर
3. बरेली
4. मथुरा
5. वाराणसी
6. प्रयागराज
7. झांसी
8. अयोध्या
इनमें से मेरठ एकमात्र ऐसा शहर है, जहां मेट्रो के निर्माण का कार्य तेजी से जारी है। वहां मेट्रो सेवा करीब 15 किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करेगी।
यूपी मेट्रो सेवा का सामाजिक और पर्यावरणीय प्रभाव
उत्तर प्रदेश में मेट्रो सेवा के विस्तार का असर न केवल यातायात व्यवस्था पर पड़ा है, बल्कि पर्यावरण पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव देखा जा रहा है। मेट्रो के कारण:
डीजल-पेट्रोल की खपत कम हुई है
वायु प्रदूषण घटा है
सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है
ट्रैफिक जाम की समस्या कुछ हद तक सुलझी है
मेट्रो सेवा विशेष रूप से युवाओं, ऑफिस कर्मचारियों और महिलाओं के लिए काफी सुरक्षित और समय बचाने वाला साधन साबित हुआ है।
मेट्रो के विस्तार से बदलेगा उत्तर प्रदेश का चेहरा | UP Metro News
जिस तरह उत्तर प्रदेश में मेट्रो सेवा को प्राथमिकता दी जा रही है, वह राज्य की प्रगति का संकेत है। आने वाले वर्षों में जैसे ही प्रस्तावित शहरों में भी मेट्रो शुरू होगी, वैसे ही यूपी देश के सबसे बेहतरीन पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम वाला राज्य बन जाएगा।