वकील ने पत्र लिखकर की कार्रवाई की मांग
नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय परिसर में आवारा कुत्तों की बढ़ती मौजूदगी ने वकीलों, मुवक्किलों और आम लोगों के बीच गंभीर चिंता उत्पन्न कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अभिषेक शर्मा ने इस विषय पर रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि न्यायालय में आने वाले वकीलों, मीडिया प्रतिनिधियों और अन्य लोगों को कुत्तों के काटने का खतरा बना हुआ है। Supreme court news
अधिवक्ता शर्मा के अनुसार, हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आवारा कुत्तों को आश्रय गृहों में भेजने के निर्देश दिए गए थे, किंतु इसके बावजूद परिसर में कुत्ते खुलेआम घूमते देखे जा रहे हैं। अपनी हालिया यात्रा के दौरान उन्होंने कुत्तों के झुंड की तस्वीरें भी खींचीं, जिन्हें पत्र के साथ संलग्न किया गया है।
उन्होंने इसे न केवल प्रशासनिक लापरवाही, बल्कि सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया है। उनके अनुसार, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए यह स्थिति विशेष रूप से जोखिमपूर्ण है, क्योंकि देशभर में कुत्तों के हमलों की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
शर्मा का कहना है कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना न्यायालय की गरिमा को प्रभावित करती है और आदेशों की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लगाती है। उन्होंने मांग की है कि परिसर से सभी आवारा कुत्तों को तुरंत हटाकर सुरक्षित आश्रय स्थलों में रखा जाए। साथ ही, सुरक्षा और प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए जाएं तथा स्थायी निगरानी व्यवस्था स्थापित की जाए।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने पूर्व आदेश में स्पष्ट किया है कि दिल्ली-एनसीआर के सभी क्षेत्रों से आवारा कुत्तों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाए। इस प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। Supreme court news
Indian Railways Free WiFi India: ”रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के लिए मुफ्त वाई-फाई सेवा”…