
Bad Cholesterol: अनु सैनी। आजकल बढ़ता कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol Level) केवल बुजुर्गों की नहीं, बल्कि युवाओं की भी गंभीर समस्या बन चुका है। गलत खानपान, जंक फूड, तनाव और एक्सरसाइज की कमी के कारण शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर बढ़ने लगता है। यह धीरे-धीरे ब्लड वेसल्स (रक्त वाहिकाओं) में जमा होकर ब्लॉकेज पैदा करता है, जिससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
ऐसे में दवाओं के सहारे रहने के बजाय अगर आप अपनी डाइट में थोड़ा बदलाव कर लें, तो कोलेस्ट्रॉल को नेचुरल तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है। रोजमर्रा की रोटी में अगर आप सही आटा इस्तेमाल करें, तो यह न केवल दिल की सेहत को बेहतर रखेगा, बल्कि शरीर को जरूरी पोषण भी देगा। आइए जानते हैं कौन से आटे को अपने खाने में शामिल करने से खराब कोलेस्ट्रॉल कम किया जा सकता है।
1. जौ का आटा – कोलेस्ट्रॉल घटाने का सबसे असरदार उपाय | Bad Cholesterol
जौ को सबसे पुराने और फायदेमंद अनाजों में गिना जाता है। इसमें पाया जाने वाला बीटा ग्लूकन फाइबर (Beta Glucan Fiber) खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करता है। यह फाइबर ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को रोकता है और गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में सहायक होता है।
जौ की रोटियां खाने से ब्लड शुगर लेवल भी स्थिर रहता है और लंबे समय तक पेट भरा महसूस होता है। जिन लोगों को हार्ट डिजीज या डायबिटीज का खतरा है, उनके लिए यह आटा बहुत उपयोगी है।
2. ओट्स का आटा – फाइबर का खजाना
ओट्स (Jai) में सॉल्यूबल फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो शरीर से अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मदद करता है। यह आंतों में एक जेल जैसा पदार्थ बनाता है, जो कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करता है।
अगर ओट्स की रोटियां आपको स्वाद में पसंद नहीं आतीं, तो आप गेहूं और ओट्स का मिक्स आटा तैयार कर सकते हैं। आधा हिस्सा ओट्स और आधा गेहूं मिलाकर बनाई गई रोटियां स्वादिष्ट भी होंगी और कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी मददगार साबित होंगी।
3. रागी का आटा – सुपरफूड जो दिल को रखे स्वस्थ
रागी यानी फिंगर मिलेट (Finger Millet) एक पारंपरिक अनाज है जिसे सुपरफूड कहा जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम, आयरन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। ये तत्व न केवल कोलेस्ट्रॉल कम करते हैं बल्कि ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। रागी की रोटियां विशेष रूप से हार्ट पेशेंट्स और डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हैं। यह आटा आसानी से पचता है और शरीर को लंबे समय तक एनर्जी देता है।
4. ज्वार और बाजरा का आटा – सर्दियों के लिए हेल्दी कॉम्बिनेशन
ज्वार और बाजरा दोनों ही लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले अनाज हैं, यानी ये धीरे-धीरे पचते हैं और ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने नहीं देते। इन आटे में मौजूद पॉलीफेनोल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर से टॉक्सिन्स को निकालने और फैट घटाने में मदद करते हैं।
आपको बता दें कि सर्दियों के मौसम में बाजरे और ज्वार की रोटियां न केवल शरीर को अंदर से गर्म रखती हैं, बल्कि दिल की सेहत को भी मजबूत बनाती हैं। यह उन लोगों के लिए भी अच्छा विकल्प है जो वजन कम करना चाहते हैं।
5. मल्टीग्रेन आटा – संतुलित पोषण का बेहतरीन स्रोत
अगर आप रोज एक ही तरह की रोटियां खाने से ऊब चुके हैं, तो मल्टीग्रेन आटा (Multigrain Flour) एक स्मार्ट चॉइस है। इसमें गेहूं, जौ, रागी, ओट्स, ज्वार और बाजरा जैसे कई अनाजों का मिश्रण होता है। यह शरीर को संतुलित पोषण, फाइबर और मिनरल्स देता है।
वही मल्टीग्रेन आटा न केवल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है बल्कि पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाता है। यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो एक हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट फॉलो करना चाहते हैं।
सही आटा, स्वस्थ दिल
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए केवल दवाइयों पर निर्भर रहना जरूरी नहीं है। अगर आप अपनी रोज की रोटी का आटा समझदारी से चुन लें, तो यह आपके हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने का सबसे आसान और सस्ता तरीका हो सकता है।
जौ, रागी, ओट्स, ज्वार, बाजरा और मल्टीग्रेन जैसे आटे नेचुरल तरीके से कोलेस्ट्रॉल कम करने के साथ शरीर को ऊर्जा और पोषण भी देते हैं। इसलिए अब जब भी आटा गूंथें, तो थोड़ा सोचें, आपकी रोटी केवल पेट भरने के लिए नहीं, बल्कि दिल को सेहतमंद रखने के लिए भी होनी चाहिए।
नोट:- इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीकों और दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, सच कहूं इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह की किसी भी उपचार दवा या डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले अपने किसी संबंधी एक्सपर्ट या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।














