नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने चुनाव आयोग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सपने को पूरा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जल्दबाजी में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) करने का दवाब बनाया जा रहा है जिससे कई कर्मचारियों की जान चली गयी है। यादव ने संसद परिसर में पत्रकारों से सोमवार को कहा कि एसआईआर के जरिये भाजपा विपक्षी दलों के वोटरों का नाम मतदाता सूची से कटवा रही है। उन्होंने कहा कि जानबूझकर एसआईआर की पूरी प्रक्रिया शादियों के मौसम में की जा रही है। इस दौरान लोग इधर-इधर एक-दूसरी जगह जाते हैं इसी बहाने उनके वोट कट जाएं।
उन्होंने कहा कि यह भी देखने को मिला है कि एसआईआर में लगे कई कर्मचारियों की जान गयी है। बूथ स्तर अधिकारी (बीएलओ) के ऊपर फॉर्म बांटने और भरने का इतना दवाब है कि वे अपनी जान दे रहे हैं। एक बीएलओ के परिवार का आरोप है कि उन पर वोट काटने का दबाव बनाया जा रहा था। ये बीएलओ गलियों में भटक रहे हैं। दिन-रात काम कर रहे हैं। ये जल्दबाजी क्यों। उत्तर प्रदेश में अभी तो कोई चुनाव नहीं है। अभी समय है तो आप आराम से ये काम करते। चुनाव आयोग इस लोकतंत्र में भाजपा का सपना पूरा करना चाहता है ताकि विपक्ष पार्टियों के वोट कट जाएं।
उन्होंने कहा कि भाजपा असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए एसआईआर करवा रही है। देश में बेरोजगारी पर चर्चा न हो इसलिए इस तरह का काम कराया जा रहा है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि सभी को यह पता है कि कौन ड्रामा करता है। एसआईआर में जिन बीएलओ की जान चली गयी क्या वह ड्रामा है। भाजपा मतदाताओं को वोट डालने से रोकने का ड्रामा भी कर चुकी है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि एसआईआर का काम ईमानदारी से हो और कोई भी मतदाता नहीं छूटे।















