Metro News: कोलकाता/ गांधीनगर (एजेंसी)। गुरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद शहर को इसकी पहली स्वदेशी रूप से निर्मित ‘मेक इन इंडिया’ मेट्रो ट्रेन की भेंट दी है। पटेल ने कोलकाता के निकट टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के आधुनिक प्लांट का दौरा कर अहमदाबाद मेट्रो रेल के कोचेस लॉन्च किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘मेक इन इंडिया’ तथा आत्मनिर्भर भारत को गति देने वाला यह महत्वपूर्ण कदम गुजरात के लिए गौरव समान है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए अभिनंदन दिया और कहा कि टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड द्वारा उसके फैसिलिटी प्लांट में यह ट्रेन मेक इन इंडिया अंतर्गत स्वदेशी रूप से बनाई जा रही है। आधुनिक मेट्रो तथा यात्री कोच के उत्पादन के लिए सक्षम यह प्लांट अत्याधुनिक एवं आधुनिक तकनीक तथा साधन-सामग्री के साथ स्थापित किया गया है। टीटागढ़ प्लांट में देश के अनेक राज्यों के लोग कार्यरत हैं। यह भी एक भारत-श्रेष्ठ भारत का प्रधानमंत्री का मंत्र चरितार्थ करता है।
उन्होंने कहा कि अहमदाबाद को मिल रही यह मेट्रो ट्रेन शहर में मेट्रो रेल व्यवस्था की बढ़ती मांग तथा लोकप्रियता को पूरा करने के साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम्स को सुगम बनाएगी। गुजरात मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन लिमिटेड (जीएमआरसीएल) ने कोलकाता स्थित टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड को 10 ट्रेनों का आॅर्डर दिया है। ये ट्रेनें फेज-2 के 21 किलोमीटर का कार्य पूर्ण होने पर तथा शेष भाग शीघ्र कार्यरत होने पर उत्पन्न होने वाली अतिरिक्त ट्रेनों की जरूरत को पूरा करेंगी। भूपेंद्र पटेल ने जोड़ा कि अहमदाबाद मेट्रो हाल में प्रतिदिन 1.6 लाख से अधिक यात्रियों को सेवा देती है और इसमें वार्षिक 30-40 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। आने वाले दिनों में मेट्रो रेल सेवा का यह दायरा बढ़ाया जाएगा और सूरत में भी मेट्रो कार्यरत होने वाली है। उच्च गुणवत्ता वाले स्टेनलेस स्टील से बनी इन मेक इन इंडिया ट्रेनों में रंगों तथा डिजाइन का जो विशेष स्पर्श दिया गया है, वह अहमदाबाद की संस्कृति एवं परंपरा को प्रतिबिंबित करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अहमदाबाद मेट्रो रेल के लिए स्वीकार की गई प्रथम मेक इन इंडिया मेट्रो ट्रेन अंतिम परीक्षणों तथा सम्बद्ध प्राधिकारियों से प्रमाणपत्र मिलने के बाद शीघ्र ही अहमदाबाद पहुँचाई जाएगी। इसके बाद उसे यात्रियों की सेवा में जोड़ा जाएगा। इतना ही नहीं; अहमदाबाद के लिए बाकी रही नौ ट्रेनें भी टीटागढ़ प्लांट द्वारा आगामी 5-6 महीनों में चरणबद्ध ढंग से प्रदान की जाएंगी। वैश्विक स्तर पर लागू होने वाले वर्तमान अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुकूल यह मेक इन इंडिया ट्रेन गुजरात के लिए गौरव समान बनेगी। टीटागढ़ रेलवे सिस्टम्स प्लांट नेक्स्ट जनरेशन वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों तथा पुणे, बेंगलुरू, मुंबई, सूरत एवं अहमदाबाद जैसे अनेक शहरों के लिए मेट्रो ट्रेनों के उत्पादन से जुड़ा हुआ है। इस प्लांट में भारत के महत्वाकांक्षी हाईस्पीड कार्यक्रम के लिए भविष्य में उच्च गति की ट्रेनें बनाने की क्षमता विकसित करने के लिए भी सुविधाओं का विकास कार्य शुरू किया गया है। इतना ही नहीं; कंपनी भारत की सबसे बड़ी वेगन उत्पादक कंपनी है और नौसेना तथा अन्य विशेष उपयोगों के लिए जहाजों का उत्पादन भी करती है।
पिछले वर्षों में देश में रिकॉर्ड ब्रेक गति से सड़क निर्माण हुआ है, एयरपोर्ट की संख्या दोगुनी हुई है और मेक इन इंडिया सेमी हाईस्पीड वंदे भारत ट्रेन से रैपिड ट्रांजिस्ट को नई दिशा मिली है। 2014 में मेट्रो नेटवर्क 248 किलोमीटर था, जो 2025 में बढ़कर 1013 किलोमीटर हुआ है। टीटागढ़ प्लांट के इंजीनियरों ने मुख्यमंत्री को बताया कि यह मेट्रो ट्रेन श्रेष्ठ कोटि की फायर सेफ्टी सहित अन्य सुरक्षा सुविधाओं तथा ग्रेड आॅफ आॅटोमेशन 4 (जीओए4) अंतर्गत पूर्णत: आॅटोमेटेड ड्राइवरलेस ट्रेन के रूप में कार्य करने में सक्षम है।















