Saint MSG: सच्चे सतगुरु के पावन अवतार माह में श्रद्धालु जहाँ खुशी मना रहे हैं, वहीं शुक्राना भी कर रहे हैं—क्योंकि सतगुरु ने उनकी सोच बदल दी, जीवन जीने का ढंग बदल दिया और जीवन जीने का असली उद्देश्य सिखा दिया। पाप और अज्ञान के अंधकार से निकालकर, सतगुरु ने उन्हें ऐसा मार्ग दिखाया कि श्रद्धालु समाज सेवा को ही अपने जीवन का परम उद्देश्य मानने लगे हैं।
अब उनकी यह सोच बन चुकी है कि कोई भी अवसर बिना भलाई किए हाथ से न जाने दें। यह सतयुग की निशानी नहीं तो और क्या है? बच्चे के जन्मदिन, विवाह, विवाह की वर्षगाँठ, नौकरी मिलने, पदोन्नति, सेवानिवृत्ति अथवा किसी दुख के समय भी जरूरतमंदों को राशन देना, पौधे लगाना और रात के ढाई बजे भी किसी मरीज की जान बचाने व रक्तदान करने के लिए दौड़ पड़ना, यदि यह चमत्कार नहीं तो और क्या है? ऐसे चमत्कार लाखों-करोड़ों बार आँखों के सामने हो रहे हैं। ऐसी आदर्श जीवनशैली का वरदान देने वाले सच्चे रूहानी रहबर प्यारे सतगुरु जी को लाख-लाख प्रणाम और उनके पावन अवतार दिवस की करोड़ों बधाइयाँ। –संपादक
यह भी पढ़ें:– आप आए, बहार आई…