कोटकपूरा : डंपों के आसपास लावारिस पशुओं का बसेरा

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बेसहारा पशुओं के जमघट के कारण कई जगह यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित | Destitute Animal

कोटकपूरा(सच कहूँ न्यूज)। शहर में बढ़ती पशुओं की संख्या लोगों के लिए परेशानी का सबब नहीं हुई है। (Destitute Animal) कूड़े के डंपों के अलावा विभिन्न सड़कों, सुरगापुरी, रेलवे ओवरब्रिज के नीचे, मुक्तसर रोड, फैक्ट्री रोड पर बेसहारा पशु कूड़े पर मुंह मारते देखे जा सकते हैं। बेसहारा पशुओं के जमघट के कारण कई जगह यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होती है। फरीदकोट रोड पर तो इस तरह की दिक्कत नजर आती है। यहां सड़क किनारे कई कूड़ा घर हैं। कूड़े में बिखरी खाने की चीजों के लालच में बेसहारा पशु एकत्रित हो जाते हैं। कई बार कूड़ा आधी सड़क तक फैला रहता है। गोवंश खुले में घूम रहा है और कूड़े के साथ पॉलीथिन भी खा रहे हैं। कई बार वाहन के आगे एकाएक बेसहारा पशु आ जाते हैं। इस कारण चालक को अचानक ब्रेक लगाना पड़ता है जिससे दुर्घटना की संभावना बन जाती है।

बेसहारा पशुओं की समस्या सबसे बड़ी : धर्मपाल | Destitute Animal

व्यवसायी धर्मपाल ने बताया कि बेसहारा पशुओं की समस्या का एक सबसे बड़ा और मुख्य कारण शहर में विभिन्न स्थानों पर बने हुए कूड़े के डंप हैं। सफाई सेवक और कुछ स्थानों पर जनता कूड़े के डंप बना लेती है। सब्जी मंडी जैसे कई स्थानों पर तो सड़कों के बीचों बीच कूड़ा फेंक दिया जाता है।

खुले में कूड़े न फैंके तो पशुओं से मिल सकता है छुटकारा: अविनाश

कोटकपूरा नगर कौंसिल सफाई सेवक यूनियन के उपप्रधान अविनाश चौहान ने बताया कि अगर सफाई सेवकों को विभिन्न मोहल्लों में ढंके रहने वाले बंद कूड़े के डंप बनवाकर दिए जाएं तो कूड़े को खुले में फेंकने की जरूरत ही नहीं होगी लेकिन कुछ तो पब्लिक को भी जागरूक होना पड़ेगा।

अधिकारियों से समस्या के समाधान की मांग | Destitute Animal

लोगों की तरफ से कुमार सौरभ राज डिप्टी कमिशनर फरीदकोट और डॉ मनदीप कौर एसडीएम कोटकपूरा से मांग की गई है कि इस शहर में सफाई के लिए नगर कौंसिल कोटकपूरा के अधिकारियों को उचित ध्यान देने, इधर उधर गन्दगी के ढेर न लगाने की हिदायत की जाऐ और लोगों के लिए बड़ी सरदर्दी बने बेसहारा पशुओं को भी गोशाला में रखने का पक्का प्रबंध किया जाए।

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