जाट आंदोलन पर बहस, मांगों पर नहीं बनी बात

manohar lal khattar

Budget Session। तीसरे दिन दो घंटे थमा कामकाज

Chandigarh, Anil Kakkar:  Budget Session हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र के तीसरे दिन जाट आंदोलन पर विपक्ष काम रोको प्रस्ताव लाने में कामयाब रहा। स्पीकर कंवर पाल गुर्जर ने प्रश्न काल के बाद 2 घंटे के लिए बहस का समय निश्चित किया। जाट आंदोलन पर हुई गरमागरम बहस के बीच सरकार तथा विपक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते नज़र आए, वहीं जाट समुदाय की विभिन्न मांगों पर भी सरकार व विपक्ष में पेंच फसे।

Budget Session| काम रोको प्रस्ताव लाने में कामयाब रहा विपक्ष

वहीं सरकार की तरफ से मामला सुलझाने के लिए बातचीत के सभी रास्ते खुले रखने तथा विपक्ष की मांग पर राजनेताओं की भी एक कमेटी बनाने की बात स्वीकार की गई। बता दें कि गत दिवस विधानसभा में विपक्ष द्वारा जाट आंदोलन को लेकर काम रोको प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसे स्पीकर ने मंजूर करते हुए इस पर बुधवार को बहस का समय दिया था।

बुधवार सुबह 10 बजे प्रश्न काल से सदन की कार्रवाई शुरू हुई तथा इसके पश्चात स्पीकर ने अगले दो घंटे ‘काम रोको प्रस्ताव’ मंजूर करते हुए जाट आंदोलन पर बहस के लिए निश्चित कर दिए। जाट आंदोलन पर कांग्रेस के विधायक रघुवीर कादयान ने कहा कि पिछले तीस दिनों से प्रदेश के जाट समुदाय द्वारा न्याय के लिए प्रदर्शन किए जा रहे हैं।

Budget Session | मामला सुलझाने के लिए सरकार राजनेताओं की कमेटी बनाने को तैयार

उन्होंने कहा कि जाट समुदाय के लोग अपने हक़ की बात कर रहे हैं। पिछले वर्ष हुए आंदोलन में 30 से ज्यादा नौजवानों की जान गई, हजारों नौजवानों को जेलों में ठूंस दिया गया।

वहीं पिछली बार आंदोलन को शांत करने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ प्रदेश सरकार एवं जाट नेताओं की दिल्ली में हुई मीटिंग में जाटों की मांगें माने जाने का आश्वासन दिया गया था, जिन्हें आज तक पूरा नहीं किया गया। उन्होंने मांग की कि प्रदेश सरकार द्वारा अधिकारियों की कमेटियां बनाए जाने की बजाय नेताओं की कमेटी बने जो कि जाट नेताओं से सीधा संवाद कर सकें और मामले को शांत कर सकें।

Budget Session | मुख्यमंत्री के आश्वासन से असंतुष्ट विपक्ष का सदन से वॉकआउट

वहीं इनेलो ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जब कांग्रेस सरकार सत्ता से रुखसत होने वाली थी जाते-जाते इन्होंने के.सी. गुप्ता की रिपोर्ट को लागू कर 5 जातियों को आरक्षण दे दिया था, जबकि किसी जाति को कुछ नहीं मिला, ये केवल कांग्रेस द्वारा लोगों को गुमराह करने की कोशिश थी।

उन्होंने कहा कि वहीं पिछले वर्ष मौजूदा सरकार ने हजारों लोगों पर मुकद्दमें दर्ज किए। वहीं एक विशेष जाति के खिलाफ ज्यादा सख्त कार्रवाई हुई जबकि बाकि लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। वहीं उन्होंने प्रदेश के कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी द्वारा की गई कथित भड़काऊ ब्यानबाज़ी पर भी सरकार द्वारा कार्रवाई न करने पर सवाल उठाया।

टिप्पणियां मुझ पर भी हुई पर धैर्य नहीं खोया : मनोहर

विपक्ष द्वारा भाजपा सांसद राजकुमार सैनी के बहाने जब लगातार सत्ता पक्ष पर वार किए गए, तब सत्ता पक्ष के मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि विपक्ष राजकुमार सैनी की बात तो करता है लेकिन रोहतक से सांसद ने जिस तरह प्रदेश के मुख्यमंत्री के बारे में अपशब्द कहे, वहीं जाट समुदाय के धरनों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति भड़काऊ ब्यानबाज़ी पर कोई बात नहीं करता।

विपक्षी इनेलो नेता, कांग्रेस की गीता भुक्कल, रघुवीर कादियान जब कैप्टन अभिमन्यु से उलझे तो बीच में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि वे कभी अपना धैर्य नहीं खोते। उन पर कैसी-कैसी टिप्पणी किस-किस ने की है सभी को पता है। उनके भी जज्बात को ठेस पहुंचती है। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई वैचारिक है, इसे निजी तौर पर न लिया जाए।

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