पांच हजार में कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट बना कई लोगों को भेजा विदेश

Corona

मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने किया भंड़ाफोड़, दो लोग गिरफ्तार (Corona’s Fake Report

  • दिल्ली की लैब से की हुई थी सांठ-गांठ

सच कहूँ/संजय मेहरा गुरुग्राम। यहां सेक्टर-30 स्थित गांव सैनीखेड़ा में (Corona’s Fake Report) कोरोना की फर्जी रिपोर्ट देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम ने छापेमारी करके मौके से दो लोगों को गिरफ्तार भी किया। वे 1400 से 5000 रुपए लेकर लोगों के मनमाफिक रिपोर्ट बना देते थे। पुलिस प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि दो महीने से सक्रिय इन आरोपियों ने करीब 1000 लोगों को रिपोर्ट तैयार करके दी है। जिसके आधार पर अनेक कोरोना संक्रमित लोग भी विदेश भी जा चुके हैं।

आरोपियों ने दिल्ली के एक लैब से सांठ-सांठ कर रखी थी। जिसके नाम पर गुरुग्राम में जिला स्वास्थ्य विभाग की अनुमति के बगैर ये लोगों की कोरोना टेस्ट की फर्जी रिपोर्ट तैयार करके देते थे। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के डीएसपी इंद्रजीत और जिला निरीक्षक हरीश बुद्धिराजा की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि सैनीखेड़ा में मेडिकार्टज पैथलॉजी लैब में जिला स्वास्थ्य विभाग की अनुमति के बगैर कोरोना जांच की जा रही है। लोगों को दिखाने के लिए यह लोग बकायदा सैंपल लेते थे, लेकिन रिपोर्ट मौके पर ही बनाकर देते थे। इसकी एवज में वे ग्राहक से 1400 रुपये से 5000 रुपये तक वसूलते थे।

इस राशि को लेकर वह ग्राहक के मनमाफिक पॉजिटिव रिपोर्ट को नेगेटिव व नेगेटिव रिपोर्ट को पॉजिटिव बनाते थे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर कई लोग विदेश भी जा चुके हैं। शिकायत के आधार पर टीम ने शनिवार देर शाम लैब पर छापा मारकर यहां से दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही टीम ने दस्तावेजों और उपकरणों को भी बरामद कर लिया है। आरोपियों की पहचान कोलकाता निवासी अनीरबन रॉय और मुशीर्दाबाद निवासी परिमल रॉय के रूप में हुई है। ये दोनों गांव सैनीखेड़ा में किराए के मकान में रह रहे थे।

आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज

मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की शिकायत पर सेक्टर-40 थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने दिल्ली के कीर्ति नगर स्थित डायनेक्स डायग्नोस्टिक एंड पैथ लैब से सांठ-गांठ की हुई थी। ये उसी के लेटरहेड पर रिपोर्ट लिखकर दे देते थे। गुरुग्राम में कार्य करने के लिए उन्होंने जिला स्वास्थ्य विभाग से अनुमति नहीं ली थी। वे पिछले दो महीने से यह काम कर रहे थे। ये अब तक करीब एक हजार लोगों की जांच कर चुके हैं।

सेक्टर-40 थाना के अतिरिक्त प्रभारी एएसआई तेजपाल के मुताबिक आरोपियों के मोबाइल पर भी रिपोर्ट मिली है। उन्होंने सात लोगों की रिपोर्ट तैयार की थी। इनमें से दो ने विदेश जाने के लिए रिपोर्ट बनवाई थी। दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी कि वे अब तक कितने लोगों की ऐसे फर्जी रिपोर्ट बना चुके हैं। कितने लोग रिपोर्ट के आधार पर विदेश जा चुके हैं। अब संकट के बादल उन लोगों पर भी छाएंगे, जो कि यहां से कोरोना की फर्जी रिपोर्ट लेकर विदेश पहुंचे हैं।

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