इन चीजों को दोबारा गर्म करके ना खाना, वर्ना पड़ेगा भुगतना बड़ा हर्जाना, पड़ सकता है डॉ के पास जाना

आज हर इंसान चाहता है कि मैं स्वस्थ रहूँ, कभी बीमार न पडूं और इसके लिए वह (Reheat Food) अच्छे से अच्छा और ताजा भोजन खाना पसंद करता है लेकिन बहुत से लोगों को मजबूरीवश घर में बासी भोजन खाने के लिए विवश होना पड़ता है क्योंकि रात को कोई चीज जब ज्यादा बन जाती है तो उसको फेंका नहीं जाता और सोचते हैं कि फेंक दिया तो खराब जाएगा इसलिए वे उस बासी भोजन को सुबह गर्म करके खा लेते हैं, जोकि सरासर गलत है। ऐसा भोजन खाना तब तक सही रहता है, जब तक कि उसका रंग रूप, स्वाद और बनावट में कोई बदलाव न हो। मगर सभी खाद्य पदार्थ ऐसे नहीं होते जिन्हें दोबारा गर्म करके खाया जा सके।

दरअसल कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं, जिनको दोबारा गर्म करने से वो विषाक्त और रोग पैदा करने वाले बन जाते हैं और जिनके सेवन से आप बीमार पड़ सकते हैं तथा कई प्रकार की शारीरिक समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। आइये जानते हैं कुछ ऐसे भोजन के बारे में जिनको दोबारा गर्म करके खाना हानिकारक हो सकता है।

आलू करता कई बीमारियों को चालू | Reheat Food

आपको पता होना चाहिए कि आलू से बने भोजन को दोबारा गर्म करने से कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। क्योंकि आलू को रूम टेम्प्रेचर पर स्टोर किया जाता है। आलू को दोबारा गर्म करने से इसमें क्लोस्ट्रीडियम बॉटुलिनम बैक्टीरिया विकसित होने लगता है, जिसकी वजह से बोटुलिज्म बीमारी हो सकती है। यह बीमारी रीढ़ की हड्डी, नसों और मस्तिष्क पर अटैक करती है और पैरालिसिस का कारण बन सकती है। अगर दूध, क्रीम और मक्खन जैसे जल्दी खराब होने वाले फूड आइटम्स में आलू को मिलाया गया है तो इससे बीमार पड़ने का ज्यादा खतरा बढ़ सकता है।

पालक बिगाड़े शरीर की हालत

अगर पालक को सही तरीके से दोबारा गर्म न किया जाए तो ये लिस्टेरियोसिस रोग को ट्रिगर कर सकता है, जो लिस्टेरिया मोनोसाइटोजेन्स बैक्टीरिया की वजह से होता है। लिस्टेरियोसिस एक तरह का इन्फेक्शन है, जो गर्दन में अकड़न, बुखार, सिरदर्द और कभी-कभी दौरे का कारण बन सकता है। ये बैक्टीरिया खाने की चीजों में मौजूद रहता है।

चावल करते प्रतिरोधी गर्मी को घायल

बचे हुए चावल को अक्सर लोग गर्म करके खाते हैं। मगर आपको बता दें कि आलू और पालक की तरह ही चावल को भी दोबारा गर्म करके खाने से बचना चाहिए। क्योंकि चावल में छिद्र होते हैं, जो हीट रेजिस्टेंट होते हैं और रोगजनकों के पैदा होने का कारण बनते हैं।