ग्यारह साल बाद रिकॉर्ड तोड़ सकती है गर्मी

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शुष्क रहा मई-जून का महीना, अब लोगों को जुलाई में राहत की उम्मीद

  • उमस भरी गर्मी और दहकती धूप से बेहाल हुए लोग व पशु
  • मई महीने में एक भी बूंद पानी की नहीं गिरी

मालेरकोटला (सच कहूँ/गुरतेज जोशी)। Malerkotla News: पिछले दो महीने में कोई खास बारिश नहीं हुई, वहीं अब मानसून की शुरूआत भी शुष्क हो रही है। यही कारण है कि लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। हालात ये हैं कि पिछले कई दिनों से केवल 3-4 दिन ही बारिश हुई। पूरे जिले में कहीं भी भारी बारिश नहीं हुई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार 11 साल बाद गर्मी रिकॉर्ड तोड़ सकती है।

बारिश की कमी के कारण पिछले कई दिनों से उमस भरी गर्मी खूब सता रही है। सुबह सूरज निकलते ही लोग उमस से परेशान होने लगते हैं। इस बार मई का महीना बिल्कुल सूखा गुजरा है। महीने के 31 दिनों में एक भी बूंद पानी की नहीं गिरी। जून माह के पहले तीन सप्ताह तक केवल आधे घंटे की हल्की बूंदाबांदी के अलावा माह के अंतिम दिनों में एक दिन अच्छी बारिश हुई, एक-दो दिन तक मौसम में थोड़ी ठंडक रही, लेकिन अब एक बार फिर गर्मी अपने तीखे तेवर दिखा रही है।

जुलाई माह में भले ही मौसम ने कई बार करवट बदली और बारिश का मौसम भी बना, लेकिन वैदर सिस्टम मजबूत नहीं होने के कारण जुलाई माह का आधे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी मानसून ने दस्तक नहीं दी।

मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि 11 साल बाद गर्मी ने फिर अपना प्रकोप दिखाया है। अब ऐसा लग रहा है कि इस बार ये रिकॉर्ड टूट सकता है। बता दें कि साल 2013 में भीषण गर्मी पड़ी थी, तब तापमान 46-47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। मौसम विभाग के मुताबिक, सुबह करीब 8 बजे से शहर का पारा (तापमान) 28-30 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया था। इसके बाद दिन भर का तापमान 43 डिग्री के आसपास रहा है और दिन का न्यूनतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहा है। अगले कुछ दिनों में मानसूनी बारिश की उम्मीद है। Malerkotla News

गर्मी से पशु भी बेहाल

भीषण गर्मी से जहां मानव जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, वहीं पशु भी गर्मी से बेहाल हैं। गर्मी के कारण लोगों का सड़कों पर निकलना मुश्किल हो गया है, जिसके कारण दोपहर में शहर की मुख्य सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। हर कोई सुबह-शाम काम करने को तवज्जों दे रहा है, ताकि गर्मी से बचा जा सके। वहीं दुपहिया वाहन चालक चेहरे को कपड़े से ढककर निकलने को मजबूर हैं। गर्मी से राहत पाने के लिए अधिकतर युवा और बच्चे स्विमिंग पूल के साथ-साथ नहरों और ट्यूबवेलों में भी नहाते नजर आ रहे हैं।

उल्टी-दस्त और पेट संबंधी शिकायतों के मरीज बढ़ रहे | Malerkotla News

भीषण गर्मी के कारण स्थानीय सरकारी अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। उल्टी, दस्त और पेट संबंधी पहुंचने वाले मरीजों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। सिविल अस्पताल में तैनात डॉ. जीनत महेन्दरू और गुरविन्द्र अस्पताल के डॉ. गुरविंदर सिंह कहते हैं कि ऐसे मौसम में लोगों में ऊर्जा की कमी हो जाती है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। लोग जल्दी बीमार पड़ जाते हैं। आजकल कई लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी है। ऐसे में लोगों को नींबू पानी और लस्सी का अधिक सेवन करना चाहिए।

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