बचाव की लक्ष्मण रेखा है लॉकडाउन
प्रधानमंत्री ने आगाह किया है कि यदि इन 21 दिनों में भी नहीं संभले, तो देश और आपका परिवार 21 साल पीछे चला जाएगा। कई परिवार तो तबाह हो सकते हैं, लिहाजा देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने एक खूबसूरत उपमा का इस्तेमाल किया है कि सभी नागरिकों को अपने घर की दहलीज के बाहर एक लक्ष्मण-रेखा खींचनी है।
टेलीकॉम सेक्टर: गहराता संकट और संभावनाएं
एक निश्चित अंतराल में अपनी देनदारियों को अदा कर सकें।
यदि किसी कारण बस इस सेक्टर में प्रतिस्पर्धा कम होती है
तो निश्चित तौर पर नुक्सान आम आदमी का होने वाला है।


























