लखनऊ (एजेंसी)। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को ईद के बहाने अपने भतीजे और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिये बगैर एक बार फिर निशाना साधते हुए अपना दर्द बयां किया और कहा कि अगर नाराज हूँ तो किस स्तर तक उसने हृदय को चोट दी होगी। यादव ने ट्वीट किया कि अपने सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया। इसके बावजूद भी अगर नाराज हूँ तो किस स्तर तक उसने हृदय को चोट दी होगी।’ उन्होंने कहा कि हमने उसे चलना सिखाया.. और वो हमें रौंदते चला गया.. एक बार पुन: पुनर्गठन, आत्मविश्वास व सबके सहयोग की अप्रतिम शक्ति से ईद की मुबारकबाद।’
रिश्तों में उतार-चढ़ाव का दौर जारी
गौरतलब है कि शिवपाल और अखिलेश के बीच रिश्तों में खटास 2012 के विधानसभा चुनाव के बाद ही आ गयी थी जब उन्हें दरकिनार कर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश के पक्ष में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने की मौन स्वीकृति प्रदान की थी, मगर उसके बाद दोनों के रिश्तों में उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहा और शिवपाल ने इस बीच अपनी पार्टी का गठन किया। पिछले विधानसभा चुनाव में एक बार फिर चाचा-भतीजे भाजपा को हराने के संकल्प के साथ मंच साझा करने को तैयार हुए और शिवपाल को सपा का टिकट दिया गया, हालांकि उनकी पार्टी प्रसपा को इस चुनाव में दरकिनार कर दिया गया।
मगर सपा गठबंधन को मिली हार के बाद दोनों के बीच एक बार फिर दूरियां बढ़ गर्इं। सपा अध्यक्ष ने शिवपाल पर भाजपा से संबंध प्रगाढ़ करने और जल्द ही भाजपा में जाने की आशंका जताई। वहीं शिवपाल अखिलेश विरोधी लाबी के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं, जिसमें सपा के राज्यसभा सांसद सुखराम सिंह यादव और जेल में बंद सपा के कद्दावर नेता आजम खां शामिल हैं।















