नियमों की अनदेखी: पश्चित बंगाल में हुई हिंसा पर भाजपा ने दिया धरना

Ignoring the rules BJP staged violence in West Bengal

सच कहूँ/देवीलाल बारना कुरुक्षेत्र। बुधवार को सभी जिला मुख्यालयों पर भाजपा नेताओं ने पश्चित बंगाल में हुई हिंसा को लेकर धरने दिए। एक तरफ तो भाजपा नेता धरने देकर अपनी फोटो सोशल मीडिया पर डाल रहे थे दूसरी तरफ लोगों का गुस्सा कमेंट बॉक्स में स्पष्ट दिखाई दे रहा था। सोशल मीडिया पर लोग बोले रहे थे कि क्या अब भाजपा नेताओं पर धारा-144 की उल्लंघना की कार्रवाई होगी? कुरुक्षेत्र लघु सचिवायल के बाहर पश्चिमी बंगाल मे हिंसा को लेकर भाजपा सांसद नायब सिंह सैनी, थानेसर विधायक सुभाष सुधा, प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकार कृष्ण बेदी, जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी ने धरना किया। भाजपा नेताओं ने मांग की कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए क्योंकि विधानसभा चुनाव के नतीजों के सामने आते ही राज्य के विभिन्न हिस्सों से हिंसा की ख़बरें सामने आने लगी हैं।

सोशल मीडिया पर लोगों ने दी भाजपा नेताओं को नसीहत

एक तरफ भाजपा नेता धरना दे रहे थे और धरने के समाचार के साथ ही सोशल मीडिया पर लोग भारतीय जनता पार्टी को नसीहत देने लग गए कि क्या धारा 144 सिर्फ आम लोगों के लिए है। वहीं भाजपाईयों को कोरोना के दौरान हो रही मौतों, अस्पतालों में बैड की कमी पूरी करने व ऑक्सीजन की आपूर्ति सही करवाने की बात कही। काफी लोगों ने लिखा कि यह समय राजनीति करने का नही है बल्कि के देश के लोगों को कोरोना से बचाने का है।

अशोक अरोड़ा ने बताया राजनीतिक ड्रामेबाजी व धारा-144 की उल्लंघना

इस बीच विपक्ष भी बीच में कूद पडा और कांग्रेसी नेता व पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने भाजपा द्वारा जिला मुख्यालयों पर आयोजित धरने को राजनीतिक ड्रामेबाजी और धारा-144 की उल्लंघना बताया। उन्होंने कहा कि एक ओर देशभर में कोविड की वजह से हालात बद से बदतर हो चुके हैं और सरकार लॉकडाऊन और चार लोगों से ज्यादा एक जगह पर एकत्रित न होने के लिए हरियाणा में धारा 144 लागू कर चुकी है।

दूसरी ओर कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सैनी, विधायक सुभाष सुधा, प्रदेश महामंत्री एवं पूर्व विधायक डॉ. पवन सैनी, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहाकार एवं पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी और भाजपा जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी डीसी आफिस पर पूरे पुलिस प्रशासन की नाक तले धरने बैठे रहे। अरोड़ा ने कहा कि लोगों को कोरोना के चलते एडवायजरी मानने के लिए कहा जा रहा है और सरकार के प्रतिनिधि और भाजपा के नेता इनकी धज्जियां उड़ा रहे हैं।

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