25 जून 1975 को इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता बचाने के लिए संविधान को रौंद डाला – कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा

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Chhachhrauli News: 25 जून 1975 को इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता बचाने के लिए संविधान को रौंद डाला - कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा

छछरौली (सच कहूँ/राजेंद्र कुमार)। Chhachhrauli News: 25 जून 1975 को आपातकाल वह रात थी, जब भारत देश के लाखों निर्दोष लोगों को जेल की सलाखों में गैरकानूनी रूप से कैद कर दिया गया था – कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा

भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय जनता पार्टी जिला यमुनानगर द्वारा 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल एमरजेंसी के दिवस को संविधान हत्या दिवस के रुप में मनाया गया , जिला स्तरीय कार्यक्रम महाराज अग्रसेन कालेज जगाधरी में आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा, पंचकूला मेयर कुलभूषण गोयल व विशिष्ट अतिथि के तौर पर कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा, विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, पूर्व कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर, मेयर सुमन बहमनी, चेयरमैन रमेश कुमार ठसका, पूर्व मेयर मदन चौहान, भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा रहे। Chhachhrauli News

हरियाणा सरकार कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि 25 जून 1975 को कांग्रेस की तत्कालीन सरकार प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा भारत में आपातकाल की घोषणा की गई थी, जिसने देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को खतरे में डाल दिया था। इस अवसर पर, हम आपातकाल के दौरान देश के लिए लड़ने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं को याद करते हैं और उनके बलिदानों को सलाम करते हैं, कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि आपातकाल ने भारत के लोकतंत्र को खतरे में डाल दिया था और नागरिकों के अधिकारों को सीमित कर दिया था। आपातकाल के दौरान नागरिकों के मानवाधिकारों का जमकर हनन हुआ था और कई लाख निर्दोष लोगों को जेल में डाला गया था, आपातकाल के दौरान मीडिया की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया गया था और उस समय सरकार के खिलाफ कोई खबर नहीं चलाई जा सकती थी।

कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि आपातकाल के बाद, जनता के आंदोलन से भारत देश में लोकतंत्र की बहाली हुई और नागरिकों के अधिकारों को फिर से बहाल किया गया,आपातकाल के बाद, देश ने एक नई दिशा में कदम बढ़ाया और लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए काम किया गया। 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में घोषित किया जाना, उन 19 महीनों की अवधि की मार्मिक याद दिलाता है जब भारत के संविधान को 25 जून 1975 में आपातकाल एमरजेंसी लगाकर तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गाँधी द्वारा कमजोर किया गया था,25 जून 1975 वह काली रात जब भारत में कांग्रेस सरकार द्वारा लोकतंत्र की हत्या हुई।पंचकूला मेयर कुलभूषण गोयल ने कहा कि हम सभी से आग्रह करते हैं कि वे आपातकाल के दौरान देश के लिए लड़ने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं को याद करें और उनके बलिदानों को सलाम करें। Chhachhrauli News

आइए, हम सब मिलकर लोकतंत्र को मजबूत बनाने और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने का संकल्प लें। कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में घोषित किया जाना, उन 19 महीनों की अवधि की मार्मिक याद दिलाता है जब भारत के संविधान को 25 जून 1975 में आपातकाल एमरजेंसी लगाकर तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गाँधी द्वारा कमजोर किया गया था,कांग्रेस और इंदिरा गांधी के आपातकाल में जो हुआ, वह केवल राजनीतिक दमन नहीं था — वह था भारत के गरीबों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, दलितों और हर उस आवाज पर हमला, जो “राज परिवार” के खिलाफ उठी।

जबरन नसबंदी कराई गई, महिलाओं का अपमान हुआ, प्रेस पर पहरा बैठा दिया गया और देश की जनता को डर और यातना के साए में जीने को मजबूर कर दिया गया।हम उन लाखों लोकतंत्र सेनानियों को नमन करते हैं, जिन्होंने इंदिरा गांधी की तानाशाही को चुनौती दी और भारत को फिर से संविधान की राह पर खड़ा किया। विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने कहा कि भारत अब जाग चुका है। कांग्रेस की “तानाशाही सोच” अब इस देश में दोबारा पनप नहीं पाएगी। आज आपातकाल त्रासदी की 50वीं बरसी पर हम उस समय संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष करने वाले लोकतंत्र सेनानियों को नमन करते हैं जिनके बलिदान और संघर्ष से आज हमें अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र का अधिकार दोबारा से प्राप्त हुए हैं। Chhachhrauli News

भारतीय जनता पार्टी जिला यमुनानगर द्वारा महाराजा अग्रसेन कॉलेज में आपातकाल एमरजेंसी त्रासदी को लेकर एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया जिसमें हजारों लोगों ने शिरकत करते हुए उस समय इमरजेंसी के दौरान कांग्रेस शासन द्वारा किए गए अत्याचारों को चित्रों के माध्यम से देखा एवं समझा ,कार्यक्रम के दौरान आपातकाल में जेल के यातनाऐं सहने वाले सेनानियों के परिवार जनों अशोक कुमार व सतपाल मदान निवासी गुमथला राव, हरीश डांग व गिरीश पुरी निवासी यमुनानगर,सरोज बाला जगाधरी, जगदीश मेहता जठलाना, सुशील बतरा रादौर को कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा,कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा , विधायक घनश्याम दास अरोड़ा एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं के द्वारा सम्मानित किया गया।

इस दौरान पूर्व मंत्री कंवरपाल गुर्जर, विधायक घनश्याम दास अरोड़ा,मेयर सुमन बहमनी, चेयरमैन रमेश कुमार ठसका,जिला महामंत्री कृष्ण सिंगला, पूर्व विधायक ईश्वर पलाका, पूर्व विधायक बलवंत सिंह, पूर्व चेयरपर्सन रोजी मलिक आंनद, पूर्व चेयरमैन रामनिवास गर्ग, पूर्व चेयरमैन रामेश्वर चौहान, पूर्व मेयर मदन चौहान, भाजपा जिला यमुनानगर मीडिया प्रभारी कपिल मनीष गर्ग, जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह राणा, जिला उपाध्यक्ष रामपाल सिंह नम्बरदार, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष प्रीति जौहर, भाजयुमो जिलाध्यक्ष निश्चल चौधरी, जिला उपाध्यक्ष अमित गर्ग,पूर्व चेयरमैन रीषीपाल सैनी, भाजपा नेता विपुल गर्ग,जिला कोषाध्यक्ष जगदीश विधार्थी, पार्षद प्रियंक शर्मा,पंकज मंगला, अंकित गोयल, भानू प्रताप सिंह ,जयंत स्वामी, रीना रस्तोगी, क़ीमत पाल चौपड़ा, विपिन साहनी,शुभम दत्ता,विरेंद्र मुंझाल हैप्पी खेडी, हरपाल काम्बोज, नितिन कपूर, हरदीप सैनी, पूनम अग्रवाल, सुमित बख्शी,आदि हजारों भाजपा पदाधिकारी कार्यकर्ता साथ रहे। Chhachhrauli News

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