Israel–Hamas War : शक्तिशाली देशों की जिद्द

Israel Hamas War

– Israel Hamas War –

इजराइल-हमास के बीच चल रहा युद्ध (Israel Hamas War) थमने का नाम नहीं ले रहा। अमेरिका व अन्य शक्तिशाली देश शांति बहाली के प्र्रयासों की बजाए शक्ति संतुलन कायम रखने के लिए युद्ध की आग में घी डाल रहे हैं। अमेरिका ने इजरायल को एक अरब डॉलर के और हथियार देने का फैसला किया है, जिसका स्पष्ट सा अर्थ है कि महाशक्तियों के लिए साम्राज्यवाद की जिद्द और मनमानी करना इंसानियत से ऊपर हो गई है। चिंताजनक बात यह है कि विश्व स्तर की पंचायतें बेबस नजर आ रही हैं और मामला अब अंतरराष्ट्रीय अदालत में पहुंच चुका है।

हैरानी इस बात की है कि जिन पश्चिमी देशों ने प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के विनाश को देखकर तौबा की थी और शांति के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठनों की स्थापना की थी, अब वही देश परमाणु युद्ध को छोड़कर पुन: विश्व युद्ध के रास्ते पर चल रहे हैं। आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई उचित व आवश्यक है लेकिन निर्दोष फिलिस्तनियों व इजरायल के नागरिकों की बर्बादी समूह मानवता के खिलाफ एक बड़ा अपराध है। मौजूदा परिस्थितियों से स्पष्ट है कि युद्ध इजराइल और हमास के बीच नहीं बल्कि विश्व शक्तियों के बीच है। विश्व शक्तियां अपने प्रयोग व शक्ति प्रदर्शन के लिए इंसानियत की बलि न दें।