इंटरनेट यूजर्स के लिए अभिव्यक्ति का बेहतर प्लेटफॉर्म है कू-एप: मयंक

Koo-App sachkahoon

बैंगलोर (सच कहूँ न्यूज)। कू-एप (Koo-App) के सह संस्थापक मयंक बिदावतका ने बताया कि आज ‘टेकेड’ यानी तकनीक का दशक है, जो भारत के नाम है। कुछ वक्त के लिए वैश्विक सूचना प्रौद्योगिकी सेवा क्षेत्र पर हावी होने के बाद, भारत में तकनीकी उद्योग विकसित होगा और देश भविष्य में उत्पादों के क्षेत्र में एक कमान संभालने वाली दमदार स्थिति हासिल करेगा। भारत के ‘तकनीकी उद्यमी’ पहले से ही ऐसे मजबूत उत्पादों का निर्माण कर रहे हैं जो दुनिया भर के उपभोक्ताओं के सामने आने वाली चुनौतियों को दूर करने के लिए बेहतरीन समाधान पेश करते हैं।

उदाहरण के लिए, देसी भाषाओं में आत्म-अभिव्यक्ति का इस्तेमाल न केवल एक भारत-केंद्रित चुनौती है, बल्कि एक वैश्विक चुनौती भी है, जिसका सामना यूरोप, एशिया, अफ्रीका, मध्य पूर्व और लैटिन अमेरिका में गैर-अंग्रेजी भाषी देशों के इंटरनेट यूजर्स कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमने यहां भारत में जो बनाया है, उसे दुनिया में कहीं भी अपनी मातृभाषा में सोशल मीडिया पर खुद को व्यक्त करने के लिए तरसने वाले इंटरनेट यूजर्स के लिए बहुत आसानी से ले जाया जा सकता है।

कू-एप (Koo-App) की ही तरह, कई अन्य उत्पाद और प्लेटफॉर्म भारत से बाहर निकलते रहेंगे, आम मुश्किलों का समाधान करेंगे और वैश्विक स्तर पर तकनीकी क्षेत्र पर हावी होंगे। प्रतिभा के एक बड़े पूल और विश्व स्तर पर बड़े पैमाने पर महत्वाकांक्षा के साथ, उद्यमी भारत को एक सेवा प्रदाता से एक उत्पाद निमार्ता के रूप में बदलने में मदद करेंगे। भारत में भारतीयों के लिए और दुनिया के लिए तकनीक बनेगी।

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