सतगुरु को सजदा करने उमड़ा जनसैलाब, कईं किलोमीटर लंबे जाम

25 से 60 किलोमीटर तक सड़कों पर रेंगते नजर वाहन

  • सैकड़ों एकड़ में बनाए गए दर्जनों पंडाल पड़े छोटे
  • नशों के खिलाफ मुहिम डेप्थ को मिली रफ्तार, वेबसाइट रिलॉन्च, नशा छोड़ने वाले कर सकेंगे संपर्क
  • डेरा सच्चा सौदा के मानवता भलाई कार्यों का कारवां बढ़कर हुआ 151

सरसा/बरनावा। (सच कहूँ न्यूज) सच्चे दाता रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन सान्निध्य में पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज के 104वें पावन अवतार दिवस के ‘एमएसजी भंडारे’ पर बुधवार को डेरा सच्चा सौदा की करोड़ों साध-संगत ने सतगुरु पर दृढ़ विश्वास और श्रद्धा का इतिहास रच दिया। शाह सतनाम जी धाम में पावन भंडारा एमएसजी के रंग में रंगा नजर आया। वहीं सैकड़ों एकड़ में बनाए गए विशाल पंडाल श्रद्धालुओं के उत्साह के समक्ष छोटे पड़ गए। आश्रम की ओर आने वाले सभी मार्गों पर श्रद्धालु ही नजर आ रहे थे। एमएसजी भंडारे पर गुरुभक्ति, देशभक्ति और भारतीय संस्कृति और संस्कारों का अनूठा संगम देखने को मिला। इस अवसर पर पूज्य गुरु जी के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे 151 मानवता भलाई कार्यों के तहत जरूरतमंदों की मदद की गई।

छाया: सुशील कुमार

वहीं मंदबुद्धियों की सार-संभाल और उपचार के बाद सकुशल घर पहुंचाने में पहले स्थान पर रहे राजस्थान के ब्लॉक केसरीसिंहपुर, दूसरे स्थान पर रहे संगरियां और तीसरे स्थान पर रहे पंजाब के ब्लॉक सुनाम को पूज्य गुरु जी ने सुंदर ट्राफियां देकर सम्मानित किया। इसके अलावा पूज्य गुरु जी ने अपनी वेबसाइट ‘सेंट डॉ. एमएसजी इन्सां डॉट मी’ को रिलॉन्च किया, जिसमें नशों के खिलाफ चलाई गई डेप्थ मुहिम से संबंधित नंबर 80596-02525 जारी किया गया। इस नंबर व वेबसाइट पर कोई भी नशा छोड़ने वाला संपर्क कर सकता है। इस अवसर पर पूज्य गुरु जी ने गौरमयी भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मानवता भलाई के तीन नए कार्य भी शुरू करवाए। बता दें कि पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज ने 25 जनवरी 1919 को श्रीजलालआणा साहिब, जिला सरसा ( हरियाणा) में पावन अवतार धारण किया था।

छाया: सुशील कुमार

एमएसजी भंडारे को लेकर डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत में अनुपम श्रद्धा, अद्वितीय विश्वास और अद्भुत जोश व ज़ज्बा देखने को मिला। मंगलवार दोपहर से ही शाह सतनाम जी धाम व शाह मस्ताना जी धाम में साध-संगत का आना शुरू हो गया, जो कि भंडारा समाप्ति तक अनवरत जारी रहा। संगत के लिए बनाए मुख्य पंडाल भरने पर आश्रम की सैकड़ों एकड़ जमीन बनाए गए। इसके साथ ही स्कूल के ग्राउंड और क्रिकेट स्टेडियम के बड़े मैदान में संगत के बैठने का प्रबंध किया गया। इसी तरह शाह सतनाम जी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के नजदीक एक विशाल पंडाल बनाया गया। उधर शाह मस्ताना जी धाम के पंडाल में भी पैर रखने की जगह नहीं थी।

छाया: सुशील कुमार

इन सभी पंडालों के भर जाने के बाद आश्रम की खेती वाली जमीन पर साध-संगत पर भी पंडाल बनाए गए। 25 जनवरी सुबह 11 बजे ‘एमएसजी भंडारे’ के रूहानी सत्संग की शुरूआत से पहले ही सैकड़ों एकड़ में बनाए गए विशाल पंडाल साध-संगत से खचाखच भर चुके थे। इसके साथ ही आश्रम की ओर आने वाले सभी मार्गों पर जहां तक नजर पहुंच रही थी, साध-संगत का जन समूह ही नजर आया। इन मार्गों पर कई-कई किलोमीटर तक साध-संगत के वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। वहीं चहुंओर बने स्वागती तोरणद्वार अद्भुत आभा पेश कर रहे थे। इस शुभ अवसर पर डेरा सच्चा सौदा के देश-विदेश के श्रद्धालु अपनी पारंपरिक वेशभूषाओं और वाद्यों पर नाचते थिरकते हुए सत्संग पंडालों में पहुंचे और एक-दूसरे को बधाइयां देकर खुशी जताई।

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