प्रताप नगर (सच कहूँ/राजेंद्र कुमार)। Pratap Nagar News: सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद हथिनीकुंड बैराज से फिर हटा दिए भारी वाहनों को रोकने के लिए लगाए गए एंगल। छोटे अधिकारी कर रहे हैं उच्च अधिकारियों के आदेशों का पालन उनको नहीं है कोई जानकारी। लोहे के एंगल हटाने के बाद से हथिनीकुंड बैराज से खनन सामग्री से भरे वाहनों की फिर शुरू हो गई आवाजाही। पहले भी आसपास के ग्रामीणों ने हथिनीकुंड बैराज से भारी वाहनों के गुजरने का जताया था विरोध। Pratap Nagar News
आपको बता दें तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लगभग 3 साल पहले हथिनी कुंड बैराज की सुरक्षा को देखते हुए सिंचाई विभाग को हथिनीकुंड बैराज से भारी वाहनों पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे जिसके चलते सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने काफी समय तक भारी वाहनों को रोकने के लिए हरियाणा और उत्तर प्रदेश दोनों तरफ लगभग 10 फीट ऊंचाई पर लोहे के एंगल लगा दिए थे। लेकिन जब से हथिनीकुंड बैराज की डाउनस्ट्रीम में डाया फ्रॉम वॉल का निर्माण कार्य शुरू हुआ है तब से सिंचाई विभाग के अधिकारी ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं। जब मन आया तब लोहे के एंगल लगाकर भारी वाहनों के लिए रास्ता बंद कर दिया और जब मन आया तब लोहे के एंगल उतार दिए। ऐसा एक बार नहीं बल्कि कई बार हो चुका है। बैराज पर तैनात अधिकारियों को इस बारे कोई जानकारी नहीं है।
उनका सिर्फ एक ही रटा रटाया जवाब होता है कि उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद ही यह कार्रवाई की गई है। जबकि उच्च अधिकारी फोन उठाना उचित नहीं समझते। लगभग 8 महीने पहले जब सिंचाई विभाग द्वारा इन लोहे के एंगल को उतारा गया था तब आसपास के ग्रामीणों ने इस बात का विरोध जताया था कि हथिनीकुंड बैराज के डाउनस्ट्रीम से निकलने वाली खनन सामग्री भारी वाहनों में भरकर बैराज से उत्तर प्रदेश में सप्लाई की जा रही है। इससे न केवल बैराज की सुरक्षा को खतरा बढ़ गया था बल्कि बैराज के नीचे से निकलने वाली खनन सामग्री के चोरी होने का भी अंदेशा जताया जा रहा था। हालांकि बताया जा रहा है कि जितनी भी खुदाई के समय हथिनीकुंड बैराज की डाउनस्ट्रीम से खनन सामग्री निकली है उसको ठेकेदार द्वारा सरकार को राजस्व देकर खरीदा गया है। लेकिन यह खनन सामग्री कहां सप्लाई होगी यह स्पष्ट निर्देश नहीं है। Pratap Nagar News
हथिनीकुंड के सरपंच अकरम ने बताया कि हथिनीकुंड बैराज की सुरक्षा को देखते हुए उन्होंने पहले भी यहां से खनन सामग्री लेकर निकलने वाले वाहनों को रोका था और मौके पर पुलिस और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को बुलाया था और उसके बाद यह काम बंद हो गया था। उन्होंने बताया कि अब फिर यह खनन सामग्री भारी वाहनों में भरकर उत्तर प्रदेश में हो रही है जिससे बैराज की सुरक्षा को खतरा बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि वह इसके लिए मुख्यमंत्री को एक शिकायत भेजेंगे।
वहीं सिंचाई विभाग के एसडीओ नवीन रंगा ने बताया कि उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद ही बैराज पर से भारी वाहनों की रोक के लिए लगाए गए एंगल उतारे गए हैं।
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