लखनऊ (एजेंसी) पेट्रोल और डीजल के माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में लाये जाने से इसकी कीमतों में कमी आने की उम्मीद लगाये लोगों को आज उस समय जबरदस्त झटका लगा जब जीएसटी परिषद ने कहा कि इसके पक्ष में निर्णय लेने का यह उपयुक्त समय नहीं है।
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुयी जीएसटी परिषद की 45वीं बैठक में इस पर चर्चा हुयी लेकिन इसके पक्ष में निर्णय नहीं लिया जा सका। श्रीमती सीतारमण ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि केरल उच्च न्यायालय के आदेश पर पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए आज के एजेंडे में चर्चा के वास्ते शामिल किया गया था। हालांकि सदस्यों ने कहा कि इन उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने का यह उपयुक्त समय नहीं है और इसलिए इसके पक्ष में निर्णय नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि केरल उच्च न्यायालय ने इसको जीएसटी परिषद की बैठक में रखने के लिए कहा था और उसी के आदेश के अनुरूप यह चर्चा की गयी है। अब उसे परिषद के निर्णय से अवगत कराया जायेगा।
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