सुमिरन से ही विचारों पर नियंत्रण संभव
भगवान सर्वव्यापक है। भगवान को अल्लाह, वाहेगुरु, गॉड, खुदा, रब्ब चाहे जो भी नाम दें, लेकिन वो एक ही है। जिस तरह पानी को पानी, आब, वाटर, नीर आदि कहने से उसके रंग, स्वाद में कोई परिवर्तन नहीं आता उसी तरह भगवान का नाम बदलने से उसकी ताकत नहीं बदलती।
संतों के सख्त वचन भी हितकारी
संत कभी किसी को बुरा नहीं कहते। कई बार संत, पीर-फकीर सख्त अल्फाज का इस्तेमाल भी करते हैं, लेकिन इसमें भी पता नहीं आदमी के कितने ही बुरे कर्म जलकर खाक हो जाते हैं।
‘MSG’ Gurumantra Bhandara: पावन ‘एमएसजी’ गुरुमंत्र भंडारे को लेकर डेरा सच्चा सौदा से आई विशेष जानकारी
तैयारियों में जुटे समितिय...


























