सरसा: बच्चों को राम-नाम की राह पर आगे बढ़ाओ : पूज्य गुरु जी
आपजी ने फरमाया कि वो परम पिता परमात्मा दया का सागर है। बेपरवाह जी फरमाते हैं कि इन्सान अपनी हैसियत को भूल गया है। परम पिता परमात्मा ने मनुष्य का बड़ा ऊंचा दर्जा दिया है, जिसके लिए देवी-देवता भी तरसते हैं। देवी देवता भक्ति करते हैं कि हे परमात्मा! कब हमें मनुष्य के रूप में जन्म मिलेगा और कब हम आपसे मिल सकेंगे।
मन से लड़ो और सेवा-सुमिरन करो: पूज्य गुरु जी
इन्सान को चुगली, निंदा, टांग खिंचाई, किसी का बुरा सोचने, करने में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। काम वासना, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, मन-माया में पड़कर मनुष्य जन्म को तबहा नहीं करना चाहिए बल्कि इन बुराइयों से अपने-आपको बचाना चाहिए।
मन को कंट्रोल में करना हो तो यह करें | Saint Dr. Gurmeet Ram Rahim Singh Ji Insan
सरसा (सकब)। सच्चे रूहानी ...