सुनाम की साध-संगत ने जरूरतमंद महिला को बनाकर दिया ‘आशियाना’

पूज्य गुरु जी की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए साध-संगत निरंतर कर रही मानवता भलाई के कार्य

  • खस्ता हालत घर में दिन गुजारने को मजबूर थी प्यारो कौर
  • साध-संगत बुजुर्ग महिला को हर माह राशन देकर भी कर रही मदद
  • सुनाम ब्लॉक ने 25वां मकान बनाकर जरूरतमंद परिवार को सौंपा

सुनाम ऊधम सिंह वाला। (सच कहूँ/कर्म थिंद) पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए ब्लॉक सुनाम की साध-संगत ने सुनाम शहर के इंदिरा बस्ती की रहने वाली बुजुर्ग महिला प्यारो कौर का पूरा घर बनाकर इन्सानियत की मिसाल पेश की। जानकारी के अनुसार ब्लॉक कमेटी के सदस्यों ने बताया कि बुजुर्ग प्यारो कौर (75) अपना मकान बनाने में असमर्थ थी और वह अपनी 14 साल की दोहती के साथ रहती है और उसका मकान बहुत ही खस्ताहालत में था। बरसात के मौसम में बारिश का हमेशा ही छत से पानी टपकता रहता था और हर समय परिवार को छत गिरने का डर सताता रहता था।

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खस्ताहालत घर में उक्त बुजुर्ग माता बहुत ही मुश्किल समय में दिन गुजार रही थी। उन्होंने बताया कि जैसे ही इस संबंध में ब्लॉक के जिम्मेवारों को पता चला तो उन्होंने तुरंत इस सबंधी सूचना ब्लॉक कमेटी को दी, जिन्होंने विचार-विमर्श कर बुजुर्ग माता प्यारो कौर को मकान बनाकर देने का फैसला लिया। जिम्मेवारों के अनुसार मकान बनाने की सेवा में ब्लॉक के विभिन्न गाँवों के अलावा शहर की साध-संगत ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया और कुछ ही घंटों में पूरा घर बनाकर माता प्यारो कौर को सौंप दिया। ब्लॉक कमेटी के सदस्यों ने बताया कि सुनाम ब्लॉक द्वारा अब तक 24 जरूरतमंद परिवारों को घर बनाकर दिए जा चुके हैं और अब यह 25वां मकान बनाकर जरूरतमंद परिवार को सौंपा जा रहा है।

इस मौके 25 मैंबर राजेश बिट्टू इन्सां, ब्लॉक भंगीदास छहबर सिंह इन्सां, जसपाल सिंह इन्सां, गुरजंट जंटी इन्सां, अवतार इन्सां, रमेश इन्सां, ओम प्रकाश इन्सां, सुरेन्द्र इन्सां (सभी 15 मैंबर) शहरी भंगीदास गुलजार इन्सां, पाली भंगीदास, देशा इन्सां भंगीदास, मेग इन्सां, मा. मेजर इन्सां, शिवजी नारायण इन्सां, लीला इन्सां, अजायब इन्सां, सुजान बहन शांति इन्सां, निर्मला इन्सां, चरनजीत कौर इन्सां, राज कौर इन्सां, बाला इन्सां, बलजीत कौर इन्सां, अंजना इन्सां, कलावती इन्सां, मोनिका इन्सां, कैलाश इन्सां और साध-संगत उपस्थित थी।

सेवादारों ने पेश की इन्सानियत की मिसाल

बेशक आज के समय में हाथ को हाथ खाए जा रहा है, लेकिन विभिन्न तरह के मानवता भलाई के कार्यों में साध-संगत के अलावा हुनरमंद लोग भी नि:स्वार्थ भावना से सेवा कार्यों में पहुंच रहे हैं। आज मकान बनाने की सेवा में जसवीर इन्सां, सुखदेव इन्सां, महेन्द्र इन्सां, बूटा इन्सां, बिन्दर इन्सां, राजा इन्सां ने मिस्त्री के तौर पर सेवाएं देकर इन्सानियत की मिसाल पेश की है।

डेरा श्रद्धालुओं का ऋण उतारना बहुत मुश्किल : माता प्यारो कौर

माता प्यारो कौर ने कहा कि वह अपनी 14 साल की दोहती के साथ खस्ताहालत छत के नीचे अपना जीवन गुजारने को मजबूर थी। मुझे हर समय यही डर सताता रहता था कि किसी भी समय छत गिर सकती है। उन्होंने बताया कि उसके पति की मौत हुए को एक साल का समय बीच चुका है, वह बहुत ही मुश्किल से अपना गुजारा कर रही है। उन्होंने कहा कि साध-संगत पहले भी हमें हर माह राशन देकर जाती है और आज इन डेरा श्रद्धालुओं ने हमें पूरा घर बनाकर दिया है और मेरी चिंता को इन सेवादारों ने सदा के लिए ही खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु जी पावन शिक्षाओं के तहत साध-संगत द्वारा किए गए इस मानवता भलाई के कार्य के उपकार का ऋण उतारना हमारे लिए बहुत ही असंभव है।

डेरा श्रद्धालुओं का कार्य बेहद सराहनीय : पूर्व चेयरमैन

जरूरतमंद परिवार को मकान बनाकर देने के प्रयास की प्रशंसा करते पूर्व मार्केट कमेटी चेयरमैन मुनीश कुमार सोनी ने कहा कि उन्होंने देखा है कि डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु समाज में हर समय मानवता भलाई के कार्यों के लिए तैयार रहते हैं और मैसेज मिलते ही तुरंत मानवता भलाई कार्यों में जुट जाते हैं। मैं डेरा सच्चा सौदा के सेवा कार्यों को देखकर बहुत ही प्रभावित हुआ हूँ। उन्होंने कहा कि उक्त माता का मकान बहुत ही खस्ताहालत में था। अब इन सेवादारों ने यह मकान बनाकर माता प्यारो कौर की चिंता सदा के लिए खत्म कर दी है, जो काबिले-तारीफ है। उन्होंने कहा कि इन्सानियत सबसे बड़ा धर्म है, जो सभी को आपस में मिलजुल कर रहने और एक-दूसरे की मदद करना सिखाता है। इस शिक्षा पर डेरा श्रद्धालु पूरी दृढ़ता से पहरा दे रहे हैं।

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