हड़ताल पर रहे मजदूर, रोडवेज के समक्ष किया चक्का जाम
रेलवे का निजीकरण कर निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। देश के तमाम सार्वजनिक उपक्रमों को निजी हाथों में दिया जा रहा है। यह तमाम सार्वजनिक उपक्रम जनता के हैं जिन्हें मुनाफा कमाने के लिए पूंजीपतियों को औने पौने दामों में बेचा जा रहा है। सरकार की उदारीकरण व वैश्वीकरण नीति के चलते हिंदुस्तान में करोड़ों लोग बेरोजगार की कगार पर पहुंच गए हैं।
बूंदी जिले में श्रमिक कार्ड के लिए 24 हजार 497 श्रमिकों का पंजीयन :श्रम राज्यमंत्री
जयपुर। श्रम राज्यमंत्री स...


























