लड़का-लड़की एक समान, फिर क्यों मां-बाप बनें अंजान

Bhiwani News
सांकेतिक फोटो

भरतपुर (सच कहूँ न्यूज)। बेटे की चाह में बेटियों की अनदेखी समाज में यह रीत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। बेशक आजकल बेटियां बेटों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं पर फिर भी समाज में लड़कियों के साथ भेदभाव कम नहीं हो रहा। राजस्थान के भरतपुर में ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है। एक मां अपनी नवजात बच्ची को देर रात अस्पताल में छोड़कर चली गई और मां ने बच्ची के साथ एक लेटर भी छोड़ा है जिसमें ये कदम उठाने के पीछे का आश्चर्य में डाल देने वाला कारण बताया है।

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जानकारी के अनुसार भरतपुर (Bharatpur) में मथुरा गेट थाना इलाके में स्थित जनाना अस्पताल परिसर में गुरुवार रात करीब 11 बजे एक रामवीर नामक राहगीर को परिसर में किसी बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। वह वहां पहुंचा तो देखा कि नीचे एक बच्ची लावारिस हालत में पड़ी हुई है जिसके पास एक लेटर भी पड़ा हुआ मिला। राहगीर ने तुरंत अस्पताल प्रशासन को यह बात बताई जिसके बाद बच्ची को वॉर्ड में भर्ती किया गया। सूचना के बाद बाल कल्याण समिति के सदस्य भी मौके पर पहुंचे। अब यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि वह कौन महिला है जो इस बच्ची को यहां फेंक कर गई है।

बता दें कि बच्ची के पास मिले पत्र में लिखा था- ‘मेरे 6 लड़कियां हो गई हैं जिसकी वजह से मेरी सास परेशान करती है। इसलिए मैंने यह कदम उठाया है। मेरी बेटी को पाल लो तुम्हारा एहसान होगा, मुझे माफ कर दो।’