राणा का गांव चनकोया में हुआ अंतिम संस्कार, छोटे भाई ने दी मुखाग्नि
- हत्या का सिद्धू मूसेवाला केस से कोई संबंध नहीं: एसएसपी
मोहाली (सच कहूँ/एम.के. शायना)। Mohali News: पंजाब के मोहाली में टूनार्मेंट के दौरान कत्ल किए गए कबड्डी खिलाड़ी और प्रमोटर दिग्विजय सिंह उर्फ राणा बलाचौरिया का मंगलवार को बलाचौर के पास गांव चनकोया के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। उनके छोटे भाई रणविजय ने मुखाग्नि दी। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। जानकारी के अनुसार हमलावरों ने पीछे से पॉइंट ब्लैंक रेंज से उनके सिर में गोली मारी, जो मुंह के रास्ते बाहर निकल गई। इसी वजह से अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई।
मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हरमनदीप सिंह हंस ने अहम जानकारी देते हुए कहा कि इस वारदात में कुल तीन हमलावर शामिल थे। हमले में कबड्डी प्रमोटर राणा बलचौरिया की मौत हो गई है। पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक राणा बलचौरिया का संबंध जग्गू भगवानपुरिया गैंग से था। इस मामले में दो हमलावरों की पहचान कर ली गई है, जिनके नाम आदित्य कपूर और करण पाठक हैं। दोनों आरोपी इस फायरिंग की घटना में प्रत्यक्ष रूप से शामिल थे।एसएसपी हंस ने बताया कि जिस समय यह वारदात हुई, उस दौरान टूनार्मेंट स्थल पर पुलिस मौजूद थी। बावजूद इसके हमलावर घटना को अंजाम देकर मोटरसाइकिल पर सवार होकर मौके से फरार हो गए। Mohali News
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि राणा बलचौरिया की हत्या का सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से कोई संबंध नहीं है। एसएसपी के मुताबिक, यह हत्या कबड्डी के खेल और उससे जुड़े नियंत्रण को लेकर की गई है। सोशल मीडिया पर इस हत्या की जिम्मेदारी को लेकर जो दावे किए जा रहे हैं, उन्हें पुलिस ने आंशिक रूप से सही बताया है लेकिन साफ किया है कि इस मामले का सिद्धू मूसेवाला की हत्या से कोई लेना-देना नहीं है। फिलहाल पुलिस फरार हमलावरों की तलाश में छापेमारी कर रही है और जांच तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है।
मनकीरत औलख टारगेट नहीं था
एसएसपी ने कहा कि हमलावरों का टारगेट मनकीरत औलख नहीं था। हमलावर सिर्फ राणा बलाचौरिया को ही शूट करने के लिए आए थे। 2-3 लोग और हैं, जिन्होंने शूटर्स को ग्राउंड सपोर्ट दी है। उनकी भी पहचान की जा रही है।
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