उपायुक्त कार्यालय समक्ष गरजे ट्रक आॅपरेटर

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प्रदर्शन: ‘ट्रक यूनियन खत्म करने का फैसला वापस ले सरकार’

  • प्रदेश सरकार के विरुद्ध लगाया धरना

बरनाला(जसवीर सिंह )। प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश की ट्रक यूनियनें भंग करने के विरोध स्वरूप जिले की ट्रक यूनियनों बरनाला, भदौड़ और महल कलां के ट्रक आॅपरेटरों ने डीसी बरनाला में धरना देकर नारेबाजी की और ट्रक यूनियनों को भंग करने के फैसले को तुरंत वापस लेने संबंधी डीसी बरनाला के मार्फ्त मुख्य मंत्री पंजाब को मैमोरंडम दिया।

धरने दौरान संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पंजाब के लगभग 4 लाख ट्रक अप्रेटर ट्रक यूनियनों के द्वारा अपने परिवारों का पालन-पोषण कर रहे हैं। यदि प्रदेश सरकार ने अपना फैसला तुरंत वापस न लिया तो संबंधित परिवार भूखे मरने की कगार पर पहुंच जाएंगे।

वक्ताओं ने प्रदेश वित्त मनप्रीत बादल के उस बयान को भी दुखदायी करार दिया जिसमें उन्होंने ‘बड़े कारखानेदारों की ओर से ट्रक यूनियन को खत्म करने की मांग बताई है,’जो गलत है। क्योंकि पड़ोसी प्रदेश हिमाचल प्रदेश में नालागढ़, बद्दी, बग्यिारा बहुत बड़ी फैक्टरियां हैं। इसके बावजूद वहां 10-10 हजार ट्रकों वाली ट्रक यूनियनें सफलता पूर्वक चल रही हैं।

उपायुक्त के मार्फ्त मुख्य मंत्री को भेजा मैमोरंडम

समूह ट्रक आॅपरेटरों ने मांग की है कि सरकार ट्रक यूनियनों को खत्म करन का फैसला तुरंत वापस ले। इस मौके बरनाला, भदौड़ और महल कलां के बड़ी संख्या में ट्रक आॅपरेटर पहुंचे हुए थे।

समाना। प्रदेश सरकार की ओर से ट्रक यूनियनों को भंग करने से परेशान ट्रक आॅपरेटरों ने बुधवार को जहां स्थानीय तहसील कंप्लैक्स में प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की वहीं मुख्य मंत्री पंजाब के नाम एक मांग पत्र एसडीएम की गैर हाजिरी में उनके मुलाजिमों को सौंपा गया। इस मौके गोपाल कृष्ण बिट्टू,कुलदीप दीपा,लखविन्दर सिंह लक्खा, गुरचरन सिंह चांद,गुरजंट सिंह, जगदेव सिंह, हरविन्दर सिंह टोनी, अमृतपाल सिंह, गुरजंट सिंह,बूटा सिंह, काला सिंह आदि उपस्थित थे।

वक्ताओं ने कहा कि सरकार के उक्त लोक विरोधी फैसले के चलते पहले किसान आत्महत्याएं कर रहे थे, अब ट्रक आॅपरेटर भी आत्महत्याओं का रास्ता इख्तियार कर लेंगे। उन्होंने कहा सरकार बड़े कारखानेदारों और ठेकेदारों को फायदा पहंचाने के लिए ट्रक यूनियनों को खत्म करन का फैसला ले रही है, जो कि अति निंदनीय है।

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