50 की बजाय 400 डिग्री घूम गया था ‘विक्रम’

Vikram Lander
Vikram Lander

चंद्रयान-2 मिशन को लेकर नया खुलासा

नई दिल्ली (एजेंसी)। चंद्रयान-2 मिशन के असफल होने को लेकर एक और नया खुलासा हुआ है। दअसल जिस वक्त लैंडर विक्रम (Vikram Lander) को चांद की सतह पर उतरने वाला था तभी उसे 50 डिग्री कोण पर घुमाने का प्रयास किया था। लेकिन दुर्भाग्यवश तेज गति होने के चलते यह 410 डिग्री तक घूम गया। इसके बाद कलाबाजी खाते हुए चन्द्रमा की सतह पर धड़ाम से गिरा। विशेषज्ञ समिति ने कुछ समय पहले अंतरिक्ष आयोग को अंतिम रिपोर्ट सौंपी है। बता दें कि पिछले साल 07 सितंबर की ‘विक्रम’ लैंडर चांद की सतह पर उतरने से पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

रिपोर्ट के अनुसार चांद से करीब 30 किलोमीटर की ऊंचाई पर ‘विक्रम’ आर्बिटर से अलग हुआ। उस वक्त उसकी गति 1680 मीटर प्रति सेकेंड थी। इसमें चार इंजन लगे थे। इन्हें बेंगलुरु स्थित इसरो से नियंत्रित किया जा रहा था। लैंडर जब चांद के सात किलोमीटर निकट तक पहुंचा। तब तक और सब तो ठीक था। लेकिन इसकी गति पर अपेक्षित नियंत्रण नहीं किया जा सका।

ये थी दुर्घटना की वजह  | Vikram Lander

  • विक्रम चांद के दक्षिणी ध्रुव के निर्धारित स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर था।
  • इसकी गति कम होकर 146 मीटर प्रति सेंकेंड यानि 500 किमी. प्रति घंटा आ गई।
  • यह रफ्तार लैंडिंग के हिसाब से बेहद अधिक थी ।
  • तय योजना के अनुसार गति को कम होनी चाहिए थी।
  • इसे कम करने के काफी प्रयास किए गए।
  • विक्रम टेढ़ा हो गया था, जिसे 50 डिग्री घुमाने की जरूरत थी ।
  • तभी ये सतह पर खड़ा हो पाता।
  • तेज गति में जब 50 डिग्री घुमाया गया ।
  • अनियंत्रित होकर विक्रम 410 डिग्री घूम गया।
  • तभी ये चांद की सतह पर जाकर गिर गया।

 

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