
Winter Vacation: जयपुर (गुरजंट सिंह)। देशभर के विभिन्न राज्यों में शीतलहर और गिरते तापमान को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने 25 दिसंबर से शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया है। इस अवधि में सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थान 5 जनवरी तक बंद रहेंगे। अवकाश के दौरान छात्रों को न केवल सर्दी से राहत मिलेगी, बल्कि वे इस समय का प्रयोग अपनी पढ़ाई को और बेहतर बनाने तथा नए सत्र की तैयारी करने में भी कर सकेंगे। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट द्वारा जारी कैलेंडर के तहत दिसंबर माह में कुल 21 दिन तक स्कूल संचालित होंगे। 25 दिसंबर से पहले इस महीने में रविवार को छोड़कर कोई अतिरिक्त सार्वजनिक अवकाश नहीं है।
क्यों जरूरी है शीतकालीन अवकाश? Winter Vacation
सर्दियों में लगातार गिरते तापमान, धुंध और कोहरे की वजह से बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित होने की आशंका बढ़ जाती है। खासकर छोटे बच्चों में सर्दी, खांसी, बुखार, श्वसन संबंधी रोग और वायरल संक्रमण तेजी से फैलते हैं। ऐसे में अवकाश देना एक आवश्यक कदम माना जाता है ताकि बच्चे सुरक्षित रहें और उनकी सेहत पर कोई विपरीत प्रभाव न पड़े।
अवकाश के दौरान स्कूलों की तैयारियाँ
भले ही स्कूल बंद रहेंगे, लेकिन कई शिक्षण संस्थान इस समय का इस्तेमाल इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार, वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी और डिजिटल शिक्षण सामग्री अपडेट करने के लिए करेंगे। कुछ स्कूल छात्रों को अवकाश के दौरान हल्का-फुल्का होमवर्क या पुनरावृत्ति से संबंधित कार्य भी दे सकते हैं ताकि उनकी पढ़ाई की गति बनी रहे।
माता-पिता की जिम्मेदारी
- अवकाश का अर्थ यह नहीं कि बच्चे पूरा समय मोबाइल या टीवी पर बिताएँ। अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को
पढ़ाई और खेल-कूद में संतुलन बनाने में मदद करें - मौसम के हिसाब से गर्म कपड़े पहनने को प्रेरित करें
- पौष्टिक भोजन और गर्म पेय पदार्थ दें
- किताबें पढ़ने, रचनात्मक गतिविधियों और परिवार के साथ समय बिताने के लिए प्रोत्साहित करें।














