
कैथल सच कहूँ/ कुलदीप नैन। डीसी प्रीति ने कहा कि मानसून सीजन बिल्कुल नजदीक आ चुका है, इसलिए चाहे श्रम शक्ति बढ़ानी पड़े या फिर मशीनरी, ड्रेनों व नालों की सफाई कार्य में तेजी लाई जाए, बारिश के मौसम में पानी की निर्बाध निकासी हो सके। सफाई करने के बाद जो गाद व कचरा निकलता है, उसका भी समयबद्ध उठान किया जाए, ताकि यह वापिस नाले व ड्रेन में न जा सके।
डीसी प्रीति ने बुधवार को शहर में जन स्वास्थ्य विभाग से संबंधित विभिन्न नालों, ड्रेनों व डिस्पोजल प्वाइंटस का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सफाई कार्य को गंभीरता से लिया जाए। अधिकारी यह मत समझे कि एक बार जिस जगह का निरीक्षण हो चुका है, उसका दोबारा निरीक्षण नहीं होगी। वह कभी भी, किसी भी वक्त, किसी भी विभाग के कार्यों का निरीक्षण कर सकती हैं। इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी सुनिश्चित करें कि बारिश के मौसम में कहीं पर जलभराव की स्थिति पैदा न होने पाए। जनस्वास्थ्य विभाग के अधीक्षक अभियंता, कार्यकारी अभियंता सहित अन्य अधिकारीगण इस अवसर पर मौजूद रहे।
मशीनों की संख्या बढ़ाए या श्रमिकों की, लेकिन काम समय पर पूरा होना चाहिए
डीसी प्रीति ने सबसे पहले पुराना बाइपास स्थित श्मशान घाट के पास बालाजी डिस्पोजल का निरीक्षण किया। वहां का सफाई कार्य सही पाया गया, लेकिन कचरे का उठान सही से नहीं हुआ था। इसके पश्चात सेक्टर 18 के बीचों-बीच स्थित ग्योंग ड्रेन पर पहुंची। सफाई कार्य सही नहीं होने के कारण डीसी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि तय समय तक इसकी सफाई की जाए। उन्होंने कहा कि जिस ठेकेदार को कार्य सौंपा गया है, उसे निर्देशित करें कि मशीनों की संख्या बढ़ाए या श्रमिकों की, तय समय पर काम पूरा हो। डीसी ग्योंग ड्रेन पर सेक्टर 18 के बीच के प्वाइंटस से लेकर जींद रोड बाईपास तक पैदल निरीक्षण करते हुए पहुंचीं। जहां उन्होंने अलग-अलग जगह गाद हटाने से लेकर ड्रेन की सफाई के लिए आवश्यक निर्देश दिए। इसके बाद जींद रोड पर सिविल अस्पताल के नजदीक ट्रंक सीवरेज पर पहुंची। जहां सुपर सकर से बंद हुई लाइन को खोला जा रहा था।