
डीजीसीए का तीन अधिकारियों को बर्खास्त करने का निर्देश
Air India News Updates: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने शनिवार, 21 जून को एयर इंडिया को आदेश जारी किया कि हाल ही में हुई गंभीर सुरक्षा चूक के लिए जिम्मेदार तीन कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से उनके पदों से हटाया जाए। यह कार्रवाई एयर इंडिया की लंदन जा रही एक फ्लाइट के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त होने के कुछ दिन बाद सामने आई है, जिसमें 270 लोगों की दुखद मृत्यु हो गई थी। DGCA News
डीजीसीए का निर्देश और कार्रवाई | DGCA News
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, डीजीसीए ने एयर इंडिया को तीनों अधिकारियों को “क्रू शेड्यूलिंग और रोस्टर तैयार करने” जैसे सभी संचालनात्मक दायित्वों से हटाने के लिए कहा है। इसके साथ ही, एयरलाइन से यह भी अपेक्षा की गई है कि वह इन कर्मचारियों के विरुद्ध आंतरिक अनुशासनात्मक कार्रवाई करे।
नियामक ने यह स्पष्ट किया कि इन “परिचालन चूक के लिए जिम्मेदार” अधिकारियों के विरुद्ध की गई कार्यवाही की रिपोर्ट दस दिनों के भीतर बिना किसी देरी के प्रस्तुत की जानी चाहिए। 20 जून को जारी डीजीसीए के आदेश में उल्लेख किया गया है कि इन तीन अधिकारियों में टाटा समूह की स्वामित्व वाली एयर इंडिया के एक डिवीजनल उपाध्यक्ष का नाम भी शामिल है।
एयर इंडिया की प्रतिक्रिया | DGCA News
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने डीजीसीए के आदेश को स्वीकार करते हुए बताया कि कंपनी ने नियामक के निर्देशों को लागू कर दिया है। उन्होंने कहा, “हम नियामक के निर्देश को पूर्ण रूप से स्वीकार करते हैं और संबंधित आदेशों को कार्यान्वित किया गया है। वर्तमान में, हमारे मुख्य परिचालन अधिकारी, एकीकृत परिचालन नियंत्रण केंद्र (IOCC) की निगरानी स्वयं कर रहे हैं।” एयर इंडिया ने यह भी आश्वासन दिया कि कंपनी सुरक्षा मानकों और प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
सीईओ का आश्वासन | DGCA News
हादसे से एक दिन पूर्व, एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने सार्वजनिक रूप से यात्रियों और कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि एयरलाइन का बेड़ा पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने विशेष रूप से बोइंग 787 विमानों की विस्तृत तकनीकी जांच के बाद यह बयान जारी किया।
अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा, “क्या हमारे विमान सुरक्षित हैं? हाँ। हमने बोइंग 787 विमानों पर अतिरिक्त सावधानीपूर्वक जांच पूरी कर ली है, जैसा कि डीजीसीए ने निर्देशित किया था। और नियामक ने भी सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि ये विमान निर्धारित मानकों पर खरे उतरते हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा, “हमने स्वेच्छा से अतिरिक्त प्री-फ़्लाइट जांच जारी रखने का निर्णय लिया है। जहाँ कहीं भी कोई संदेह होगा, हम ऐसे किसी भी विमान को सेवा में नहीं लगाएंगे।” DGCA News