Lalit Upadhyay Retires: नई दिल्ली। भारत को दो बार ओलंपिक में पदक दिलाने वाले अनुभवी हॉकी खिलाड़ी ललित उपाध्याय ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी से अपने संन्यास की घोषणा कर दी है। यह घोषणा उन्होंने एक भावुक संदेश के साथ अपने इंस्टाग्राम खाते पर साझा की। Lalit Upadhyay Retirement News
ललित ने लिखा, “मैं अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास लेने की घोषणा करता हूँ। यह यात्रा एक छोटे से गांव से आरंभ हुई, जहाँ संसाधन सीमित थे, परंतु सपनों की कोई सीमा नहीं थी। एक स्टिंग ऑपरेशन जैसी कठिन परिस्थिति का सामना करने से लेकर दो बार ओलंपिक पोडियम तक पहुँचने की यह यात्रा संघर्ष, सीख और गौरव से भरी रही है।” उन्होंने आगे कहा, “अपने शहर से 26 वर्षों के बाद ओलंपियन बनना मेरे लिए गर्व और आभार का विषय है। मैं अपने परिवार का हृदय से आभारी हूँ, जिन्होंने हर कदम पर मेरा संबल बने।”
अपना आभार प्रकट करते हुए ललित उपाध्याय ने लिखा, “मैं अपने पहले कोच श्री परमानंद मिश्रा का धन्यवाद करता हूँ, जिन्होंने मुझे हॉकी से परिचित कराया। श्री हरिंदर सर, जिन्होंने मुझे एयर इंडिया में अवसर दिया; श्री समीर भाई और श्री धनराज पिल्लै जी, जिन्होंने मेरी यात्रा में विश्वास और मार्गदर्शन दिया—इन सभी के प्रति मैं कृतज्ञ हूँ।” उन्होंने कहा, “भारत की जर्सी पहनने का सौभाग्य मुझे मिला, इसके लिए मैं हॉकी इंडिया और सभी समर्थकों का धन्यवाद करता हूँ, जिन्होंने हर समय मेरा साथ दिया।”
प्रमुख उपलब्धियाँ और योगदान | Lalit Upadhyay Retirement News
ललित उपाध्याय, जो वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के निवासी हैं, ने वर्ष 2014 में सीनियर राष्ट्रीय टीम से अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। 2020 टोक्यो ओलंपिक में भारत को कांस्य पदक दिलाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद 2024 ओलंपिक में भी भारत को कांस्य पदक दिलाने वाले दल का हिस्सा रहे। उन्हें ‘अर्जुन पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा चुका है, और 2017 में ‘लक्ष्मण पुरस्कार’ से भी नवाज़ा गया। उन्होंने 15 जून 2025 को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेला था, जो एफआईएच प्रो लीग सीजन का अंतिम मैच भी था। Lalit Upadhyay Retirement News
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