अमर सेवा: माता महेंद्र कौर बनी शरीरदानी

सचखंडवासी के मृत देह पर तीर्थकर महाबीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सैंटर मुरादाबाद उत्तरप्रदेश चिकित्सक करेंगे प्रशिक्षण

फतेहाबाद (सच कहूँ/विनोद शर्मा)। लेकर कहां कुछ वापिस जाना, ये शरीर दान है…। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी ‘अमर सेवा’ मुहिम के तहत इस वाक्य को वास्तविक अर्थों में चरितार्थ कर रहे हैं। इसी के अंतर्गत रविवार को ब्लॉक कुकड़ावाली के अंतर्गत आने वाले गांव हिजरावा खुर्द निवासी माता महेंद्र कौर इन्सां का नाम भी देहदानियों की सूची में शामिल हो गया। उनके मृत शरीर को तीर्थकर महाबीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सैंटर मुरादाबाद उत्तरप्रदेश को दान किया गया। माता महेंद्र कौर अपनी सांसारिक यात्रा पूरी कर कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजी। जिसके पश्चात परिजनों ने ब्लॉक की कमेटी से संपर्क कर सचखंडवासी की अंतिम ख्वाहिश को पूरा करते हुए उनका मृत शरीर मेडिकल शोध कार्यों के लिए तीर्थकर महाबीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सैंटर मुरादाबाद उत्तरप्रदेश को दान कर दिया। इससे पूर्व सचखंड वासी के आवास से ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ का इलाही नारा व अरदास का शब्द बोलकर पार्थिव शरीर को फूलों से सजी एंबुलेंस में रखा गया। इसके पश्चात उपस्थित शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार बहन-भाइयों ने शरीरदानी माता महेंद्र कौर अमर रहे के गगनभेदी नारे लगाते हुए उनके आवास से उनकी अंतिम यात्रा निकाली। बाद में साध-संगत ने नम आंखों से उन्हें मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया।

यह भी पढ़ें:– शाह सतनाम जी गर्ल्स कॉलेज में पोस्टर मेकिंग व स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता

इस अवसर पर सचखंडवासी के पुत्र हरदीप सिंह, गुरदीप, अमरीक सिंह, बेटी कमलेश पत्नी गुरदियाल, संतोष पत्नी छिन्दर पाल सिंह के अलावा ब्लॉक के जिम्मेवार 15 मैंबर चोखे लाल, राजकुमार, गोकल, मा. मोहर सिंह, तरूण, 25 मैंबर सुखदेव, जगजीत सिंह, सुमन, मनजीत, डॉ. अशोक उजागर सिंह, मनोज, विनोद, जेपी, बलदेव, अमन इन्सां मक्खन, हरमेश, मस्त राम, हरनाम सिंह, रमेश, नखाटिय सहित अनेक गणमान्य लोग सहित उनके संगे-संबंधी व शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार भाई-बहन मौजूद रहे।

बेटी, पुत्रवधुओं एवं पोतियों ने दिया अर्थी को कंधा

अंतिम विदाई के समय डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाई मुहिम ‘बेटा-बेटी एक समान’ के तहत सचखंडवासी की बेटियों, पुत्रवधुओं एवं पोतियों ने अर्थी को कंधा दिया गया। इस पहल को गली व मोहल्लावासियों ने समाज में बदलाव के लिए अनुकरणीय मिसाल बताया।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।