बुराई के नुमाइंदों के मंसूबे होंगे फेल

Anmol Vachan

पूज्य गुरु जी पर दृढ़ विश्वास से सजी साध-संगत बोली

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की रूहानी चिट्ठी ने डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत में मानवता भलाई कार्यों के लिए नया जोश, ज़ज्बा और जुनून भर दिया है। सतगुरु जी का प्रेम भरा पत्र आशीर्वाद के रूप में पाकर साध-संगत एक-दूसरे को बधाईयां दे रही हैं। वहीं रोहतक सफाई महा अभियान को लेकर भारी उत्सुकता देखने को मिल रही है। दूसरी ओर अपनी दाल गलती न देख काल के नुमाइंदों को साध-संगत की खुशी पच नहीं रही है। कर्मों के मारे ये निंदक झूठ का भ्रम जाल टूटता देख बुरी तरह बौखला गए हैं, अब भी ये तरह-तरह के हत्थकंडे अपना रहे हैं। दूसरी ओर साध-संगत इनके नापाक मंसूबों से अच्छी तरह वाकिफ हो गई है। काल के नुमाइंदों के नापाक इरादों से सतर्क साध-संगत ने सच कहूँ प्रतिनिधियों से बात करते हुए अपने विचार कुछ इस प्रकार ब्यां किए।

पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने हमें मानवता भलाई के 138 कार्य सिखाए हैं, जिनमें गरीबों को राशन देना, निराश्रयों के मकान बनाना, रक्तदान, जरूरतमंद परिवारों की बेटियों की शादियों में आर्थिक सहयोग देना आदि शामिल हैं। कुछ लोग साध-संगत की एकता को तोड़ने की साजिशें रच रहे हैं, जो अपनी बुरी मंशाओं में कभी सफल नहीं होंगे। हमारा अपने सतगुरु जी पर पूरा दृढ़ विश्वास है और हमेशा कायम रहेगा।
-अंकुर इन्सां, गाँव मुबारकपुर (मेरठ)

पूज्य गुरु जी हमारी हर पल संभाल करके खुशियों से निहाल कर रहे हैं। रूहानी पत्र सुना तो वैराग्य में आँखें भर आई। पूज्य गुरु जी ने हमेशा सृष्टि की भलाई के लिए ही हर कार्य किया, इसके बावजूद बुराई के नुमाइंदे अफवाहें फैलाकर साध-संगत की एकजुटता को आघात पहुंचाने के लिए घिनौनी साजिशें रच रहे हैं। लेकिन ये लोग इन घटिया चालों में कभी सफल नहीं होंगे।
-पवन इन्सां, सेक्टर 32, अंबाला कैंट

मैं और मेरे परिवार को पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां पर पूर्ण विश्वास है कि वे पाक साफ और सच्चे हैं। हाल ही में पूज्य गुरु जी की चिट्ठी मिली जिससे दिल में जो कुछ सवाल उठ रहे थे उन सबका जवाब मिल गया। और मुझे आत्मिक संतोष मिला। पूज्य गुरु जी के चरणों में यही अरदास है कि वे अपनी कृप्या दृष्टि ऐसे ही बनाए रखे जी।
-दलीप सिंह इन्सां, फिरोजाबाद, रानियां

जब पूज्य गुरु जी गुरुग्राम आए तो बहुत तड़प थी की उनके दर्श दीदार करेंगे परंतु ऐसा संभव नहीं हो पाया। लेकिन जब पूज्य गुरु जी की 9वीं चिट्ठी आई तो चिट्ठि को पढ़कर बहुत सुकून मिला जैसे गुरु जी हमारे समक्ष ही है। साध-संगत से दूर रहते हुए भी पूज्य गुरु जी का ध्यान सदा अपने 6 करोड़ बच्चों में ही रहता है। पूज्य गुुरु जी से यही अरदास है कि वे हमें देह रूप में जल्द दर्शन दें जी।
-गांव भंगीदास महावीर इन्सां, हंजीरा, ब्लॉक नाथूसरी चौपटा

पूज्य गुरु जी के प्रति हमारा विश्वास अटूट है। लोग जो मर्जी मनगड़ंत बातें बनाए लेकिन हमारा अपने सतगुरु के प्रति विश्वास अडोल है। पूज्य गुरु जी ने रूहानी पत्र के माध्यम से स्वयं अफवाहें फैलाने वालों से सतर्क रहने का आह्वान किया है। साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध के थमने के लिए प्रार्थना भी की गई। पूज्य गुरु जी से यही प्रार्थना है कि वे अपने बच्चों की संभाल ऐसे ही करते रहें जी।
– ब्लॉक भंगीदास राधे कृष्ण इन्सां, हंजीरा, ब्लॉक नाथूसरी चौपटा

पूज्य गुरु जी के प्रति हमारा विश्वास अटूट है। ताउम्र पूज्य गुरु जी हमारे गुरु रहेंगे। साथ में गुरुग्राम सफाई महाअभियान में सेवा करने पर पूज्य गुरु जी ने हमारा हौसला बढ़ाया है जोकि सुकून देने वाला है। साथ में पूज्य गुरु जी का सान्निध्य पाने से जीवन में ऐसे-ऐसे बदलाव आये है, जिनका लिख बोलकर वर्णन नहीं किया जा सकता है।
– अनिता नारंग।

डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत ने पूज्य गुरु जी के वचनों पर चलते हुए सदा सभी धर्मों का दिल से सत्कार किया है और हमेशा सत्कार करते रहेंगे। लेकिन कुछ असामाजिक तत्व देश की शांति व्यवस्था को खत्म करने के लिए अनेक षड्यंत्र रच रहे है जो अपने मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होंगें। पूज्य गुरु जी ने चिट्ठी में भी सभी धर्मों का आदर-सत्कार करने की बात कहते हुए कहा है कि हमने कभी भी किसी भी धर्म की निंदा, बेअदबी या बुराई करनी तो दूर ऐसी कभी कल्पना भी नहीं की बल्कि हम तो खुद सर्वधर्म का सत्कार करते हैं व सबको सत्कार करने की शिक्षा देते हैं।
– सुरेश फौजी इन्सां।

पूज्य गुरु जी के मिशन पर होने के बावजूद भी डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत 138 मानवता भलाई कार्यों को करने में जुटी हुई है। इसलिए देश व प्रदेश में भाईचारा खराब करने वाले लोंगो को यह हजम नहीं हो रहा। इसलिए वह बार-बार साध-संगत की एकता को तोड़ने के लिए षड़यंत्र रच रहे है। लेकिन साध-संगत को अपने गुरु के प्रति चट्टान की तरह अटूट विश्वास है। कोई भी ताकत हमारा विश्वास तोड़ नहीं सकती।
– अनीता गर्ग।

डेरा सच्चा सौदा एक सर्वधर्म संगम है। जहां सभी धर्मों के लोगों का सत्कार किया जाता है। इस दर पर दु:खियों के दु:ख दूर करके उनके चेहरों पर मुस्कान लाई जाती है। यह सब कार्य साध-संगत पूज्य गुरु जी के दिशा-निर्देशन में कर रही है। पूज्य गुरु जी ने चिट्ठी के माध्यम से वचन फरमाये है कि जितनी बार सेवा में आओंगे, उससे चौगुनी खुशियां लेकर जाओंगे, इसलिए वह अब परिवार के साथ बारम्बार सेवा कार्य करने आश्रम में जाएंगे।
– जसमेर इन्सां, 15 मैम्बर कल्याण नगर।

स्वार्थ के वशीभूत होकर कुछ लोग अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए साध-संगत में फूट डालने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों के मंसूबों से साध-संगत भली-भांति वाकिफ हो चुकी है। हमें अपने सतगुरु जी पर पूरा दृढ़ विश्वास है और हमेशा रहेगा। बुराई से जुड़े लोग चाहे कितने ही हथकंडे अपना ले, लेकिन साध-संगत एकजुट रहेगी। पूज्य गुरु जी ने हमेशा सभी धर्मों का सम्मान किया है और हमें भी यही शिक्षा दी है कि सभी धर्म एक समान हैं और सभी का आदर-सत्कार करना चाहिए।
-सीए मधुर इन्सां, हिसार

पूज्य गुरु जी पर हमारा पूरा दृढ़ विश्वास है, इसे दुनियां की कोई ताकत राई के दाने जितना भी कम नहीं कर सकती। रूहानी पत्र के माध्यम से स्वयं सतगुरु जी ने अफवाहें फैलाने वालों से सतर्क रहने का आह्वान किया है। साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध के थमने के लिए प्रार्थना भी की गई। अब कोशिश रहेगी कि जितना हो सकेगा ज्यादा से ज्यादा बार दरबार में जाएंगे और सतगुरु जी की रहमतें प्राप्त करेंगे।
-दीपांशू इन्सां, हिसार

मैं अपने पूज्य गुरूजी पर अथाह श्रद्धा रखता हूँ और मेरा अटूट दृढ़ विश्वास है। चाहे दुनिया इधर से उधर हो जाए सतगुरु जी के चरणों में जुड़े रहते हुए मानवता भलाई के कार्य करते रहेंगे। कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाहें फैलाकर साध-संगत को गुमराह कर रहे हैं। जो अपनी गलत मंशाओं में कभी कामयाब नहीं होंगे। क्योंकि पूज्य गुरु जी ने शाही पत्र के माध्यम से साध-संगत को सचेत कर दिया है।
-नरसी दास इन्सां, -ट्रयू सोल कॉम्पलेक्स, सरसा

मैं और मेरा पुरा परिवार डेरा सच्चा सौदा आश्रम से जुड़े है हमारा अपने सतगुरू के प्रति दृढ़ विश्वास है। पूज्य गुरु जी का नौवां शाही पत्र पढ़कर हमारे दिल को बेहद सुकून मिला। हम सोशल मीडिया पर एक्टिव असामाजिक तत्वों से अच्छी तरह से परिचित हैं यह वह लोग हैं जो किसी न किसी वजह से डेरा से दूर हो गए हैं और यह चाहते हैं कि तरह-तरह की अफवाहें फैलाकर साध-संगत को भी डेरे से दूर करना चाहते है और साध-संगत ऐसे सामाजिक तत्वों को उनके कार्यों में कभी भी कामयाब नहीं होने देगी। साध-संगत का अपने मुर्शीद एवं डेरे के प्रति अथाह दृढ़ विश्वास है और हमेशा रहेगा।
-मुकेश इन्सां, सुख सागर सरसा,

मैं अपने पूज्य गुरूजी पर अथाह श्रद्धा रखता हूं और अडोल दृढ़ विश्वास है। चाहे कुछ भी हो जाए मेरा अपने पूज्य गुरूजी के प्रति दृढ़ विश्वास कम नहीं होगा। कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाहें फैलाकर साध संगत को गुमराह कर रहे हैं। जिनसे मैं अच्छी तरह वाकिफ हूं। मैंने साध-संगत को पूजनीय गुरु जी द्वारा लिखा गया 9वां शाही पत्र विस्तार पूर्वक पढ़ कर सुनाया एवं साध संगत को असामाजिक तत्व से सावधान रहने के लिए सचेत किया। साध-संगत का अपने डेरे एवं गुरु जी के प्रति दृढ़ विश्वास पहले भी था और यह पत्र पाकर दृढ़ विश्वास पहले से भी और अधिक हो गया है।
-सचिन इन्सां, अध्यापक दयानंद स्कूल

मैं एवं मेरा परिवार डेरा सच्चा सौदा आश्रम से काफी समय से जुड़ा है। मुझे अपने सतगुरू पर दृढ़ विश्वास पहले भी था और पूज्य गुरु जी का यह पत्र पढ़कर और भी अधिक हो गया है। और मैं सोशल मीडिया पर असामाजिक तत्वों से सावधान हो गया हूं एवं उनके झांसे में ना मैं कभी आऊंगा और नहीं साध-संगत आएगी। हम डेरा सच्चा सौदा आश्रम द्वारा चलाए जा रहे सेवा कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेते रहेंगे और अपने सतगुरू का दर कभी नहीं छोड़ेंगे।
-रामनिवास इन्सां, गदली

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