वेतन को तरसे पीआरटीसी कर्मी

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सांकेतिक फोटो

डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन

  • महिलाओं के मुफ्त बस यात्रा की हर माह कुछ राशि जारी कर पीआरटीसी को ऑक्सीजन दे रही सरकार

पटियाला (सच कहूँ/खुशवीर सिंह तूर)। Patiala News: पीआरटीसी के कर्मचारी हर माह वेतन को ही तरसने लगे हैं। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि बिना धरना लगाए न मैनेजमैंट जाग रही है व न ही सरकार। पीआरटीसी कर्मियों की मोबाईलों पर वेतन वाले मैसेज का इंतजार कर आंखों पक गई है। Patiala News

जानकारी के अनुसार जुलाई माह की 15 तारीख बीत चुकी है, लेकिन पीआरटीसी के तीन हजार के करीब कर्मियों को जून माह का वेतन ही नसीब नहीं हुआ। इससे पहले मई माह का वेतन भी 19 जून तक कर्मियों के खातों में डाला गया था। पता चला है कि सरकार ने महिलाओं के मुफ्त बस सफर का बकाया 600 करोड़ तक पहुंच गया है। कर्मियों के वेतन पर हर माह लगभग 30 करोड़ रुपये खर्च होते हैं, लेकिन पीआरटीसी के पास इतने भी रूपये जमा नहीं हो रहे।

वहीं पीआरटीसी के एक अधिकारी का कहना था कि वह सरकार को 15 दिनों के मुफ्त बस सफर के बिल भेजते हैं, लेकिन समय पर राशि हासिल न होने से यह बकाया बढ़ता जा रहा है। बड़ी बात यह है कि पे कमिशन के बकाये, मेडिकल बिल, सेवानिवृत्त कर्मियों के सालों बद्धी से न दिए जाने वाले बकाये भी लटक रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारी नेताओं ने पीआरटीसी के चेयरमैन वाईस चेयरमैन व डायरैकटर भर्ती किए हैं, लेकिन वह वेतन सहित अन्य समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं दे रहे।

एक दो दिन में जारी हो जाएगा कर्मचारियों का वेतन | Patiala News

इस संबंधी जब पीआरटीसी के चेयरमैन रणजोध सिंह हडाना से बात की तो उन्होंने कहा कि एक दो दिनों में ही कर्मचारियों को वेतन जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की तालमेल की कमी के चलते वेतन में कुछ देरी हो जाती है। जब उनसे मुफ्त बस सफर के बकाये संबंधी पूछा तो उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा समय पर उनको यह बकाया राशि अदा की जा रही है।

महिलाओं को मुफ्त सफर कर्मचारियों पर भारी: नेता

इधर पीआरटीसी के विभिन्न कर्मचारी संगठनों के नेताओं निर्मल सिंह धालीवाल व कॉन्टैÑक्ट वर्कर यूनियन के नेता राकेश कुमार विक्की का कहना है कि महिलाओं के मुफ्त बस सफर ने पीआरटीसी का बुरा हाल कर दिया है। उन्होंने कहा कि समय पर वेतन न मिलने से उनको घर चलाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैनेजमैंट व सरकार धरने लगाए बिना वेतन जारी नहीं करती व मुफ्त बस सफर का खामियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। नेताओं ने कहा कि कई बार मैनेजमैंट को इस मामले संबंधी मिलने के बाद भी कोई पक्का हल नहीं हो रहा। Patiala News

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