Gautam Adani News: गौतम अडानी से छिना एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति का ताज, चीन के झोंग शानशान बने नए दावेदार

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Gautam Adani News: गौतम अडानी से छिना एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति का ताज, चीन के झोंग शानशान बने नए दावेदार

Gautam Adani News: अनु सैनी। एशिया के अरबपतियों की सूची में एक बड़ा बदलाव हुआ है। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी अब एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति नहीं रहे। यह ताज चीन के अरबपति और ‘नॉन्गफू स्प्रिंग’ कंपनी के मालिक झोंग शानशान ने छीन लिया है। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी अब भी एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं। फोर्ब्स रियल-टाइम बिलियनेयर रैंकिंग के अनुसार मुकेश अंबानी 103.6 अरब डॉलर (करीब 8.64 लाख करोड़ रुपये) की संपत्ति के साथ वैश्विक स्तर पर 18वें स्थान पर हैं। गौतम अडानी 60.9 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ 27वें स्थान पर पहुंच गए हैं। दूसरी ओर झोंग शानशान 72.9 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 24वें पायदान पर काबिज हो गए हैं।

फोर्ब्स की ‘रियल-टाइम बिलियनेयर रैंकिंग’ क्या है?

फोर्ब्स की यह विशेष रैंकिंग दुनिया के सबसे अमीर लोगों की संपत्ति में रोज़ाना होने वाले उतार-चढ़ाव पर नजर रखती है।
सार्वजनिक कंपनियों (Public Companies) में किसी व्यक्ति की होल्डिंग का मूल्य हर 5 मिनट में अपडेट होता है, जब संबंधित शेयर बाजार खुले होते हैं। शेयर की कीमतों में बदलाव का प्रभाव 15 मिनट तक की देरी से दिखाई दे सकता है। निजी कंपनियों (Private Companies) में हिस्सेदारी रखने वालों की संपत्ति का आकलन दिन में केवल एक बार किया जाता है।
अगर किसी की कुल संपत्ति का 20% या उससे अधिक हिस्सा किसी निजी कंपनी में है, तो उस कंपनी के मूल्य का अनुमान उद्योग-विशेष (Industry Specific) या बाजार-विशेष सूचकांक (Market Index) के आधार पर लगाया जाता है। यह पूरी गणना FactSet Research Systems और अन्य साझेदार डेटा सोर्स के आधार पर की जाती है, ताकि आंकड़े सटीक हों।

झोंग शानशान: मजदूर से अरबपति तक का सफर

झोंग शानशान की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। उनका जन्म चीन के हांगझोउ शहर में हुआ। बचपन में चीन में ‘सांस्कृतिक क्रांति’ का दौर था, जिसकी वजह से उन्होंने स्कूल छोड़ दिया था।
इसके बाद उन्होंने कई तरह के काम किए:-
कभी निर्माण कार्य में मजदूरी
कभी अखबार में रिपोर्टिंग

तो कभी पेय पदार्थ बेचने वाले एजेंट का काम

शुरुआती दौर में उनकी जिंदगी बेहद कठिन रही, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने व्यापार की दुनिया में कदम रखा और खुद का व्यवसाय शुरू किया।

नॉन्गफू स्प्रिंग: बोतलबंद पानी की सबसे बड़ी कंपनी

झोंग शानशान ने ‘नॉन्गफू स्प्रिंग’ नाम से बोतलबंद पानी की कंपनी शुरू की। आज यह चीन की सबसे बड़ी पैकेज्ड वाटर कंपनी मानी जाती है।
2020 में इस कंपनी के शेयर हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हुए।
कंपनी की बाजार में पकड़ इतनी मजबूत है कि चीन में पैकेज्ड वाटर सेगमेंट में इसका दबदबा है।

दवा उद्योग में भी कदम

बोतलबंद पानी के अलावा झोंग ‘वांटाई बायोलॉजिकल’ नाम की दवा कंपनी को भी नियंत्रित करते हैं। यह कंपनी खासतौर पर कोविड-19 जैसी संक्रामक बीमारियों की जांच के लिए तेज़ और प्रभावी टेस्ट किट बनाती है। महामारी के दौरान इस कंपनी की मांग और कमाई दोनों में तेज़ उछाल आया।

2020 में भी अंबानी को पछाड़ चुके हैं झोंग

यह पहली बार नहीं है जब झोंग शानशान ने एशिया के अरबपतियों में अपनी मजबूत दावेदारी पेश की हो। साल 2020 में भी उन्होंने मुकेश अंबानी को पीछे छोड़कर एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का खिताब हासिल किया था। हालांकि, बाद में अंबानी ने अपने कारोबारी विस्तार और बाजार में मजबूत पकड़ के दम पर फिर से शीर्ष स्थान हासिल कर लिया।

अडानी की संपत्ति में गिरावट क्यों आई?

गौतम अडानी की नेटवर्थ में पिछले कुछ समय से गिरावट देखी जा रही है। इसके पीछे कई कारण माने जा रहे हैं:
1. शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव – अडानी समूह की कई कंपनियों के शेयर में गिरावट आई है।
2. अंतरराष्ट्रीय दबाव और निगरानी – पिछले साल अमेरिकी रिसर्च फर्म हिन्डनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप पर निवेशकों का भरोसा कुछ समय के लिए डगमगा गया।
3. परियोजनाओं में देरी – कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स के समय पर पूरा न होने से निवेशकों की चिंता बढ़ी।
मुकेश अंबानी: स्थिर नेतृत्व का फायदा
मुकेश अंबानी की संपत्ति और रैंकिंग स्थिर बनी हुई है। इसके पीछे कई प्रमुख कारण हैं:-
रिलायंस इंडस्ट्रीज का टेलीकॉम, रिटेल और एनर्जी सेक्टर में मजबूत पकड़
हर साल नए बिज़नेस सेगमेंट में निवेश
वैश्विक निवेशकों के साथ साझेदारी
इस स्थिरता ने अंबानी को न केवल एशिया का सबसे अमीर व्यक्ति बनाए रखा है, बल्कि उन्हें वैश्विक रैंकिंग में भी मजबूती दी है।
एशिया के अरबपतियों की मौजूदा रैंकिंग (फोर्ब्स के अनुसार)
रैंक (एशिया) नाम देश कुल संपत्ति (अरब डॉलर में) वैश्विक रैंक
1 मुकेश अंबानी भारत 103.6 18
2 झोंग शानशान चीन 72.9 24
3 गौतम अडानी भारत 60.9 27

भविष्य की संभावनाएं

विशेषज्ञों का मानना है कि अरबपतियों की यह रैंकिंग स्थायी नहीं होती। शेयर बाजार, नई तकनीक, अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियां और निवेशक धारणा, इन सभी का असर अरबपतियों की संपत्ति पर पड़ता है।
अगर अडानी ग्रुप के शेयरों में सुधार होता है, तो गौतम अडानी फिर से दूसरे स्थान पर आ सकते हैं।
झोंग शानशान के लिए भी वैश्विक आर्थिक मंदी या चीन के बाजार में गिरावट चुनौती बन सकती है।
मुकेश अंबानी के लिए टेलीकॉम और डिजिटल सेक्टर में विस्तार उन्हें लंबे समय तक शीर्ष पर बनाए रख सकता है।
गौतम अडानी से एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति का ताज छिनना यह दिखाता है कि अरबपतियों की दुनिया में बदलाव बेहद तेज़ी से होता है। जहां एक तरफ झोंग शानशान जैसे बिज़नेस लीडर्स कठिन परिस्थितियों से उठकर शीर्ष पर पहुंचते हैं, वहीं मुकेश अंबानी जैसे दिग्गज स्थिरता और दूरदर्शी नेतृत्व से अपनी स्थिति लंबे समय तक बनाए रखते हैं। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह रैंकिंग किस दिशा में बदलती है।