समय की कमी का बहाना बनाना छोड़ें

Time-management

सफलता प्राप्त करने के लिए जीवन में टाइम मैनेजमेंट को देना होगा महत्व (Time management)

‘‘जीवन में सफ लता तभी हासिल हो सक ती है, जब समय प्रबंधन बेहतर होता है। ऐसा क ई बार होता है कि हम बहुत अधिक पन्नों वाली कि सी एक कि ताब को उसका आकार देखक र ही बार-बार उसे पढ़ने को लेकर टालते रहते हैं, फि र एक दिन ऐसा आता है कि हम उसे पढ़ने का विचार ही त्याग देते हैं। यदि हमारा टाइम मैनेजमेंट सही हो तो न के वल हम उस कि ताब को पढ़ना शुरू क र देंगे, बल्कि एक नियत समय पर उसे खत्म भी कर देंगे। आजकल ज्यादातर लोग ‘‘क्या क रें टाइम ही नहीं मिलता’ वाक्य का बहुत इस्तेमाल क रते हैं। यह वाक्य हमारी राह का रोड़ा है। यदि इस पर हमने जीत हासिल क र ली तो लक्ष्य के क रीब हम बहुत तेजी से पहुंच सक ते हैं। जीवन में टालमटोल क रने के बजाय टाइम मैनेजमेंट क रना चाहिए।

20-20-20 के फार्मले से करें दिन की शुरूआत

  • हम सबके पास दिन के चौबीस घंटे होते हैं, जिनक पूर्णत: उपयोग क रके सभी एक -दूसरे से अलग बनते हैं।
  • यदि हम सामान्य समय से दो घंटे पहले उठ जाएं तो हर कर्य क अंजाम दे सक ते हैं।
  • अगर हम रोज सुबह पांच बजे का अलार्म लगाक र उठ जाएं तो जीवन में सकरात्मक बदलाव होगा।
  • लेखक रॉबिन शर्मा ने ‘द फ ाइव एएम क्लब’ नामक पुस्तक लिखी, जिसमें 20/20/20 के सिद्धांत क समझाया।
  • उनके अनुसार यदि हम सुबह पांच बजे उठकर दिन के पहले एक घंटे में से बीस मिनट मेडीटेशन को, बीस मिनट व्यायाम को व बीस मिनट अपने दिन की प्लानिंग में लगाते हैं, तो हम दिन की एक सार्थक शुरु आत क रते हैं।
  • आप भी अपनी दिनचर्या के हिसाब से स्वयं का एक ‘आवर आॅफ पावर’ डिजाइन क र सक ते हैं।

आपका दिन आपके हाथ में

अगर सुबह जल्दी उठते हैं तो अपने दिन को कं ट्रोल क र सक ते हैं। दिन की प्राथमिक ता तय क र सक ते हैं। जो भी कर्य आपको पूरे दिन भर में क रने हैं, उन सबकी एक लिस्ट तैयार क र सक ते हैं और पहले से ही उन्हें प्लान क र सक ते हैं। यदि थोड़ी देर के लिए प्रकृ ति के बीच जाएंगे, तो इससे फ्रे श आॅक्सीजन मिलेगी जो दिमाग तक जाएगी जिससे सेरोटोनिन हार्मोन शरीर में पैदा होगा, जिससे आप सक ारात्मक विचारों का समावेश क र पाएंगे।

इन महापुरुषों से सीखने की जरूरत

अमेरीका के सुप्रसिद्ध गणितज्ञ चार्ल्स फे फ र्मन रोज के वल एक घंटा गणित सीखने का नियम बनाते थे और इस नियम पर अंत तक डटे रहक र ही उन्होंने गणित में महारत हासिल क र ली थी। ईश्वरचंद्र विद्यासागर जब कालेज जाते थे, तो रास्ते में दुक ानदार उन्हें देखक र अपनी घड़ियां ठीक क रते थे।वे जानते थे कि विद्यासागर समय से क भी एक मिनट भी आगे-पीछे नहीं चलते।
नेपोलियन ने आॅस्ट्रिया को इसलिए हरा दिया था? क्योंकि वहां के सैनिक उनका सामना क रने के लिए पांच मिनट देरी से आए थे, और वही नेपोलियन वॉटर-लू के युद्ध में इसलिए बंदी बना लिए गए थे क्योंकि उनके सेनापति भी मात्र पांच मिनट देरी से आए थे। ऐसा क हते हैं कि राष्टपिता महात्मा गांधी भी दातुन क रने से पूर्व शीशे पर श्रीभगवदगीता का एक श्लोक चिपका लिया क रते थे और दातुन क रते समय ही उसे याद क र लिया क रते थे। इसी प्रकार समय का सदुपयोग क रते हुए उन्होंने गीता के कु ल 13 अध्यायों को कठस्थ याद क र लिया था।
  • हर इंसान के पास दिन के चौबीस घंटे होते हैं, सफ ल इंसान बनने के लिए हमें समय का सदुपयोग करना चाहिए
  • इसे बिल्कु ल भी व्यर्थ नहीं क रना चाहिए।
  • यदि आप एक स्टूडेंट हैं, तो परीक्षा का यह समय आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है, प्रात: जल्दी उठकर अपने दिन को सार्थक और सेहतमंद शुरु आत क रने की आदत डालें।
  • सुबह की नींद इंसान के इरादों को क मजोर क रती है।
  • मंजिल को हासिल क रने वाले क भी देर तक सोया नहीं करते।
  • आगे बढ़ते हैं जो सूरज को जगाते हैं और वे पीछे रह जाते हैं जिनको सूरज जगाता है।
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