गर्मी का कहर: राजस्थान में डेढ़ साल की बच्ची की लू लगने से मौत

Heat woes: Death of one-and-a-half-year old girl in Rajasthan

झलक का शव छह घंटे बाद परिवार को खेत में मिला, उसे चींटियां खा रही थीं

धौलपुर शुक्रवार को सबसे गर्म रहा, यहां तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया

जयपुर/भरतपुर/ धौलपुर. राजस्थान में गर्मी का कहर जारी है। प्रदेश में पिछले 8 दिन से पारा 50 डिग्री के आसपास है। धौलपुर शुक्रवार को सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। धाैलपुर से पहले चूरू और गंगानगर इस लिस्ट में थे। 31 मई से 7 जून के बीच प्रदेश में पारा दाे बार 50 डिग्री, दाे बार 49 डिग्री से ऊपर तथा 4 बार 48 डिग्री या इससे ऊपर रहा है। लू और गर्मी से डेढ़ साल की बच्ची झलक समेत राज्य में एक दिन में 9 लोगों की मौत हो गई।

भरतपुर शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर नगला हरचंद में डेढ़ साल की बच्ची झलक खेलते दोपहर घर से पैदल ही बाहर निकल गई। परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह 12 बजे तक घर में थी। उसके बाद उसका पता नहीं चला। शाम करीब 4 बजे जब उसके पिता देवेंद्र भरतपुर स्थित बीआर ऑयल में ड्यूटी पर जाने लगे तो बेटी की याद आई। तब खोजबीन शुरू हुई, लेकिन झलक का गांव में कहीं कोई पता नहीं था। शाम करीब 6 बजे कुछ बच्चों ने उसके शव को खेतों में देखा। उसका शरीर झुलसा हुआ था और मुंह पर चींटियां लगी हुई थीं।

परिवार के किसी भी सदस्य को उसके घर से बाहर जाने का पता नहीं चला

झलक के दादा अमृतपाल का घर गांव में आखिरी छोर पर है। संयुक्त परिवार होने की वजह से घर में मां-बाप, दादा-दादी और चाचा-चाची समेत करीब 6 बच्चे भी हैं। लेकिन, किसी को भी झलक के घर से बाहर निकलने की भनक तक नहीं लगी। परिवार वालों का कहना है कि घर से कुछ दूरी पर ही उनके खेत हैं। जहां उनके साथ बच्चों का भी आना-जाना रहता है। संभवतः इसी वजह से खेलते हुए खेतों की तरफ निकल गई।

हालांकि, उसने पैरों में सैंडल पहने हुए थे, लेकिन तेज धूप की वजह से वह लू की शिकार हो गई।
अमृतपाल ने बताया, ” शाम 5 बजे पता चला कि झलक कहीं निकल गई है। सोचा गांव में ही होगी, क्योंकि एक हफ्ते पहले भी ऐसे ही घर से निकल गई थी। हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारी थोड़ी सी लापरवाही बच्ची की जान पर भारी बन जाएगी।”

सबसे ज्यादा 3 मौतें बारां जिले में हुईं

शुक्रवार को अकेले बारां जिले में 3 मौतें हुईं। बारां के समसपुर पीपल्दा में पप्पू मीणा (40), मांगरोल में श्रमिक आनंदीलाल और तालाबपाड़ा में मोहम्मद खान (75), रावतभाटा के श्रीपुरा में एक वृद्धा, भरतपुर के गांव नगला हरचंदसोगर में डेढ़ साल की बच्ची झलक, डूंगरपुर के उंदरड़ा उपरगांव में मजदूर वीरमल (33) और बूंदी के बड़ाखेड़ा में किसान सत्यनारायण (35) की जान गई। पाली के सोजत रोड के रेलवे स्टेशन पर दादीया निवासी सोहनलाल (40) और हाउसिंग बोर्ड की नहर के पास एक युवक की मौत हो गई।

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