सपने देखना नहीं साकार करने के लिए जुटना जरूरी
हरि शंकर आचार्य
सिने अभिनेता संजय दत्त के जीवन पर आधारित फिल्म ‘संजू’ शुक्रवार को रिलीज हुई। इसने पहले ही दिन सफलता के झंडे गाड़ दिए। इससे पहले यूट्यूब पर जारी हुए इसके टीजर को लगभग छह करोड़ बार देखा जा चुका है। यहां इस फिल्म का उल्लेख करना इस कारण ...
मतपत्रों से चुनाव कराने की दकियानूसी मांग
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। इस बार विदेशी जमीन से दावे किए गए हैं कि भारत में ईवीएम को हैक किया जा सकता है। यह कैसी विडंबना है कि देश के 17 राजनीतिक दल चुनाव आयोग से मतपत्रों के माध्यम से चुनाव कराने की मांग कर...
मनभेद की राजनीति में वृद्धि
वर्तमान में सत्ता विरोधी राजनीतिक दलों के नेता जिस तरह से बयान दे रहे हैं, उसे राजनीतिक भ्रष्टाचार फैलाने वाला निरुपित किया जाए ज्यादा ठीक ही होगा। राजनीति में मतभेद होना कोई नहीं बात नहीं है, लोकतंत्र की स्वस्थ परंपराओं के अंतर्गत मतभेद हो सकते हैं।...
आतंकवाद पर भारत की बेमिसाल एयर स्ट्राइक
भारतीय वायुसेना के विमानों द्वारा पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना आतंकवादी हमलों के खिलाफ आजतक की सबसे बड़ी कार्यवाई है।सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बार एयर स्ट्राइक 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक के तरह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर ...
प्रेरणास्त्रोत: श्रेष्ठता की कसौटी
अरबपति अपने घर में घुस गया और वहां व्यस्त हो गया और गरीब आदमी को भूल गया। सुबह उसे उस गरीब बूढ़े व्यक्ति की याद आई और वह उसे खोजने निकला लेकिन ठंड के कारण उसे मृत पाया, लेकिन उसने एक चिट्ठी छोड़ी थी, जिसमे लिखा था कि, "जब मेरे पास कोई गर्म कपड़े नहीं थे, तो मेरे पास ठंड से लड़ने की मानसिक शक्ति थी।
Vladimir Putin: बढ़ सकती हैं खाद्य पदार्थों की कीमतें व खाद्य संकट
Vladimir Putin: रूस ने यूक्रेनी अनाज को काला सागर के जरिये दुनिया के बाजारों में सुरक्षित पहुंच को मंजूरी देने वाले ब्लैक सी ग्रेन इनिशिएटिव (बीएसजीआई) अर्थात काला सागर अनाज समझौते से खुद को अलग कर लिया है। रूस के इस फैसले के बाद दुनिया भर के बाजारों...
छोटे से भूटान की बड़ी कहानी
भूटान अपनी प्राकृतिक खूबसूरती , शांत वातावरण और सस्ता देश होने के कारण पर्यटकों की पसंदीदा जगह है। यहां पर पूरे बरस पूरी दुनिया से लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं, जिनमें सर्वाधिक भारत से होते हैं। भारत और भूटान के बीच खुली सीमा है लेकिन अब तक दोन...
जानकारियां सुरक्षित होने के दावे कितने खरे?
आधार कार्ड के डाटाबेस की सुरक्षा में सेंध को लेकर आए दिन नए-नए दावे सामने आ रहे हैं और विडंम्बना यह है कि आधार प्राधिकरण इस तरह के दावों को खारिज करने से ज्यादा कुछ नहीं कर पा रहा है। अब हाफिंगटन पोस्ट की तीन माह की पड़ताल के बाद एक रिपोर्ट में दावा क...
अन्नदाता की आय सुरक्षित करने की सार्थक पहल
समय पर किसान द्वारा उपजाई फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल पाने के कारण अन्नदाता के सामने कई तरह के संकट मुंहबाए खड़े हो जाते हैं। ऐसे में वह न तो बैंकों से लिया कर्ज समय पर चुका पाते हैं और न ही अगली फसल के लिए वाजिब तैयारी कर पाते हैं। बच्चों की पढ़ाई और...
सरबजीत घटना पर क्यों चढ़ रहा राजनीतिक रंग
रविवार ग्रामीण सेवा का चालक सरबजीत मुखर्जी नगर से गुजर रहा था तभी पुलिस की इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल से उसकी गाड़ी टकरा गई जिस पर दोनों पक्षों के बीच बहस हो गई। पुलिसकर्मियों का आरोप है कि चालक ने कृपाण से हमला किया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने बीच सड़क ...
आंदोलनों की भेंंट चढ़ती सार्वजनिक संपत्ति
आखिर देश का आम नागरिक कब तक आंदोलनों के आगे लाचार होता रहेगा। भले ही बात कितनी भी गंभीर हो पर हिंसा उसका जबाव नहीं हो सकता। हांलाकि 2017 के सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान पहुंचाने के आंकड़ों का विश्लेषण किया जाए तो साफ हो जाता है
देश में बढती तेजाब की घटनाएं एक संगीन अपराध: जिम्मेवार कौन?
देश में तेजाब की संगीन वारदातों ने जनमानस को झझकोर दिया है कि कुछ बीमार मानसिकता के चंद मुठठी भर दरिदें व अपराधी आज भी निडरता से तेजाब जैसे बर्बर हमले कर रहे हैं माननीय सर्वोच्च न्यायलय द्वारा एंटी रेप विधेयक मे तेजाबी हमला करने वालों को दस साल की सज...
जनमत का अपमान करते ये थाली के बैंगन
राजस्थान की राजनीति में गत दिनों एक बार फिर स्वार्थी व सत्ता की घोर चाहत रखने वाली राजनीति का बदनुमा चेहरा देखने को मिला। हुआ यह कि राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी के सभी 6 के 6 विधायक कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। दलबदल की इस घटना के बाद राजस्थान ...
यादगार राष्ट्रपति हैं प्रणब मुखर्जी
आगामी 25 जुलाई को देश के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पद की शपथ लेंगे। इससे पहले 24 जुलाई को देश के वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति भवन में अंतिम दिन होगा। लेकिन, बतौर राष्ट्रपति उनका कार्यकाल याद किए जाने लायक है। उनकी सक्रियत...
विरोध प्रदर्शन का नया व्याकरण
तिलक के ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ से लेकर आज ‘हड़ताल मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ तक भारत ने एक लंबी यात्रा तय की है। आज समाज का हर वर्ग हड़ताल करने की योजना बना रहा है चाहे राजनीतिक विरोध प्रदर्शन हो, चाहे श्रमिकों की हड़ताल हो या चक्का जाम जिससे ...